नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उन देशों को अलग-थलग करने और बेनकाब करने का आह्वान किया जो आतंकवादियों को पनाह देते हैं, सुरक्षित पनाहगाह प्रदान करते हैं और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी रूप में आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अस्ताना में कजाकिस्तान की अध्यक्षता में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में पीएम मोदी की ओर से ये टिप्पणियां कीं. एससीओ को एक सिद्धांत-आधारित संगठन बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, "इस समय हम अपनी विदेश नीतियों के आधार पर संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, समानता, पारस्परिक लाभ, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, बल का प्रयोग न करने या बल के इस्तेमाल की धमकी के लिए आपसी सम्मान को दोहरा रहे हैं."
'आतंकवाद से निपटने को प्राथमिकता दें'
उन्होंने कहा कि हमने राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों के विपरीत कोई भी कदम न उठाने पर भी सहमति जताई है. प्रधानमंत्री ने सभी सदस्य देशों से आतंकवाद से निपटने को प्राथमिकता देने का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर आतंकवाद को अनियंत्रित छोड़ दिया गया तो यह क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है. पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि सीमा पार आतंकवाद का निर्णायक जवाब देने की आवश्यकता है. साथ आतंकवाद की फाइनेंसिंग और भर्ती का दृढ़ता से मुकाबला किया जाना चाहिए.