श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूलों से गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाने को कहा है. प्रशासन ने स्कूल प्रबंधकों को इन समारोहों के वीडियो और फोटोग्राफिक साक्ष्य प्रशासन को ईमेल करके सरकार को भेजने का निर्देश दिया है. साथ ही राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए कहा है. इसके अलावा उन्हें जियो टैगिंग के साथ पोस्टिंग के स्थान पर गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेते हुए तस्वीरें लेने और भेजने का निर्देश दिया गया है.
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सभी संस्थानों के प्रमुखों को 26 जनवरी को पूरे उत्साह और राष्ट्रीय गौरव के साथ मनाने और राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कहा गया है कि इस दौरान सभी स्टाफ सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए.
इसी कड़ी में मुख्य शिक्षा अधिकारी पुलवामा ने जिले के सभी संस्थानों से कहा है कि 26 जनवरी को जिला स्तरीय समारोह से एक घंटे पहले स्कूल स्तरीय समारोह मनाएं और उसके बाद जोनल स्तर, ब्लॉक स्तर, तहसील स्तर या जिला स्तर के समारोहों में भागीदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने स्कूल प्राचार्यों से कहा है कि गणतंत्र दिवस पर समारोह की हाई रेजोल्यूशन वाली वीडियो क्लिप और तस्वीरें आधिकारिक मेल के माध्यम से इस कार्यालय को भेजें. कश्मीर घाटी के अन्य जिलों के सभी स्कूलों को भी इसी तरह के निर्देश दिए गए हैं. गणतंत्र दिवस समारोह कश्मीर घाटी के सभी जिलों में आयोजित किए जाएंगे. प्रशासन ने कहा है कि लोगों की आवाजाही पर कोई इंटरनेट निलंबन और प्रतिबंध नहीं होगा.
संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार बिदुरी ने कहा कि हम लोगों को गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं और उनके लिए सुरक्षा पास की कोई आवश्यकता नहीं होगी. गणतंत्र दिवस समारोह निर्वाचित प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति में पुलिस अधिकारियों और जिला आयुक्तों द्वारा आयोजित किया जाएगा. बता दें कि 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद पिछले पांच वर्षों में उपराज्यपाल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों की अध्यक्षता कर रहे हैं. इसके अलावा पंचायत सदस्यों और नगर निगम पार्षदों ने भी ये समारोह आयोजित किए, हालांकि, उनका पांच साल का कार्यकाल पिछले साल दिसंबर में समाप्त हो गया है.
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