रांची: खूंटी उपकारा में एक महिला कैदी के साथ गैंगगरेप की बात सामने आ रही है. इस बारे में ईटीवी भारत की टीम ने खूंटी के डीसी लोकेश मिश्रा से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें भी आज ही इस तरह की जानकारी मिली है. लेकिन जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी. लिहाजा, एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी गई है.
टीम में एक महिला डॉक्टर को भी शामिल किया गया है. पीड़िता का मेडिकल जांच होने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर युवती के साथ जेल में कुछ गलत हुआ था तो उसने गर्भपात के दौरान इस बात को क्यों नहीं उठाया. किसी भी कैदी को आवेदन देने का पूरा अधिकार होता है. फिर भी इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसी साल फरवरी माह में एक युवती को उसकी मां के साथ गिरफ्तार किया गया था. गांजा की खेप के साथ दोनों को तोरपा पुलिस ने पकड़ा था.
इसी बीच आज खबर आई कि युवती के साथ खूंटी उपकारा में दुष्कर्म हुआ है. जानकारी मिल रही है कि जेल में बंद युवती ने हाल में रिहा एक दूसरी महिला कैदी के मार्फत अपने ऊपर हुए जुल्म को बयां करती एक चिट्ठी महिला आयोग को भिजवायी है. लिहाजा, ईटीवी भारत की टीम ने रांची स्थित महिला आयोग में संपर्क किया तो पता चला कि यह आयोग पूरी तरह डिफंक्ड अवस्था में है.
महिला आयोग में अध्यक्ष समेत सदस्यों का पद भी रिक्त है. लेकिन खूंटी के डीसी ने मामले की जानकारी मिलते ही एक जांच टीम गठित कर दी है. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवती का आरोप सही है या गलत. वहीं एसडीओ अनिकेत सच्चान ने बताया कि कुछ समय पहले युवती ने खुद गर्भपात कराने का आवेदन दिया था. आवेदन के आधार पर एक मेडिकल टीम गठित हुई थी. फिर कोर्ट के निर्देश पर 21 वर्षीय युवती का गर्भपात कराया गया था.