हैदराबादःफ्रेंडशिप डे, दोस्तों के साथ अमूल्य संबंधों का जश्व मनाने के लिए समर्पित दिवस है. अलग-अलग पृष्ठभूमि से जुड़े लोग हमारे जीवन में सहयोग, सम्मान, समस्याओं के समय न सिर्फ हमारा मार्गदर्शन करते हैं, बल्कि जीवन को आसान बनाने में हमारे साथ खड़े होते हैं. सरहद, जाति-धर्म, आर्थिक-सामाजिक पृष्ठभूमि की परवाह किये बिना दोस्त जीवन में रिश्तों की मिठास को घोलकर आनंद प्रदान करते हैं.
वैसे आपको बता दें कि फ्रेंडशिप डे साल में दो दिन मनाया जाता है. 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. इस दिवस को 2011 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक मान्यता दी गई थी. वहीं भारत जैसे कुछ देशों में अगस्त महीने के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. इस साल 4 अगस्त को माह का पहला रविवार है. दोनों दिवस दुनिया भर के लोगों को अपने दोस्तों के प्रति आभार व्यक्त कर अपने बंधन को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
यह दिवस न केवल व्यक्तिगत संबंधों का उत्सव है, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों के बीच शांति, समझ और एकता को बढ़ावा देने में दोस्ती की महत्वपूर्ण माध्यम भी है. इंटरनेट और सोशल मीडिया के प्रसार के बाद यह दिवस काफी लोकप्रिय हुआ है. पश्चिमी देशों की तरह भारत में भी फ्रेंडशिप डे का जश्न मनाने के लिए फ्रेंडशिप बैंड, ग्रिटिंग्स कार्ड, महंगे गिफ्ट, पार्टी की कल्चर को अपना रहे हैं.
फ्रेंडशिप डे का इतिहास
फ्रेंडशिप डे की बात करें तो इसकी शुरूआत 1950 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था. हॉलमार्क कार्ड्स के संस्थापक जॉयस हॉल ने पहली बार दोस्ती का सम्मान करने के लिए समर्पित एक दिवस के विचार को बढ़ावा दिया. पूर्व में इसके लिए कोई विशिष्ट तिथि निर्धारित नहीं थी. बाद में फ्रेंडशिप डे की लोकप्रियता देश विदेश में बढ़ने लगी. 2011 में संयुक्त राष्ट्र ने सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने और शांति को बढ़ावा देने में दोस्ती के महत्व को फोकस करने के लिए 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस के रूप में नामित कर दिया.