जूनागढ़:गुजरात के कई जिलों में मूसलाधार बारिश से आम जनजीव प्रभावित हुआ है. लगातार भारी बारिश के बाद जूनागढ़ और सूरत जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. जूनागढ़ जिले में बारिश की वजह से लगभग 30 गांवों का संपर्क टूट गया है. आलम यह है कि, सड़कों के जलमग्न होने से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. खबर के मुताबिक, जिले के वंथली में मंगलवार को समाप्त 24 घंटे की अवधि में 361 मिमी बारिश दर्ज की गई.
गुजरात में भारी बारिश से बिगड़े हालात
अधिकारियों ने कहा कि सुबह, सौराष्ट्र और राज्य के दक्षिणी क्षेत्र के दस तालुकाओं में 24 घंटे की अवधि में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिसके कारण निचले इलाकों में जलजमाव हो गया. एनडीआरएफ ने जूनागढ़ जिले के केशोद में हालात से निपटने और लोगों की मदद करने के लिए एक टीम भेजी है. यहां सड़कें कट जाने की वजह से कई लोग फंस गए थे. एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि, इलाके में भारी बारिश के कारण सड़कों का संपर्क टूट गया है. जिले में भारी बारिश से सबसे अधिक प्रभावित केशोद, मनवादर और वंथली इलाके बताए जा रहे हैं.
वंथली तालुका में 361 मिमी बारिश हुई
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, जूनागढ़ में वंथली तालुका में सुबह 6 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में 361 मिमी बारिश हुई. इसके बाद विसावदर तालुका (336 मिमी), जूनागढ़ तालुका (297 मिमी), जूनागढ़ शहर (297 मिमी) और केशोद तालुका हैं, जहां 24 घंटों में 248 मिमी बारिश दर्ज की गई. अन्य स्थान जहां पिछले 24 घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई उनमें, सूरत का बारडोली तालुका (239 मिमी), देवभूमि द्वारका का खंभालिया तालुका (229 मिमी), जूनागढ़ का मनावदर (224 मिमी), नवसारी जिले का नवसारी तालुका (214 मिमी) और देवभूमि द्वारका का कल्याणपुर तालुका (200 मिमी) शामिल हैं.