नई दिल्ली: शपथ लेने के बाद अब मुख्यमंत्री द्वारा सभी 6 मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया जाएगा. उसके बाद दिल्ली सरकार की कैबिनेट की पहली बैठक होगी. इसमें संकल्प पत्र में की गई घोषणाओं को पूरा करने के लिए कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं. इसके बाद शाम को 6 बजे वासुदेव घाट पर मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री यमुना आरती में शामिल होंगे. गौरतलब है कि भाजपा के संकल्प पत्र में यमुना की सफाई करने का पुरजोर तरीके से वादा किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंच से अपनी कई रैलियों में यमुना की सफाई कराने और रिवर फ्रंट बनाने का वायदा किया था.
बता दें कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं तमाम केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. रेखा गुप्ता के बाद दिल्ली सरकार के 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इन मंत्रियों में प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और डॉक्टर पंकज कुमार सिंह ने भी शपथ ली थी.
रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर: बता दें कि छात्र जीवन से ही रेखा गुप्ता ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत विद्यार्थी परिषद से की थी. विद्यार्थी परिषद से ही वह पहले दौलत राम कॉलेज छात्र संघ की सचिव रहीं. फिर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव और अध्यक्ष रहीं. और फिर भाजपा युवा मोर्चा और महिला मोर्चा से होते हुए दिल्ली भाजपा की प्रदेश महामंत्री भी रहीं. तीन बार पार्षद रहने के साथ पहली बार शालीमार बाग से विधायक चुनने के साथ ही उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री जैसी बड़ी जिम्मेदारी मिली है. रेखा गुप्ता का राजनीतिक कैरियर 30 वर्षों का रहा है, जिसमें वह 1995 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष रही.
शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे ये अतिथि:शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री मौजूद रहे. भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र के दोनों उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और एकनाथ शिंदे, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा, उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक, बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा शामिल रहे. इनके अलावा एनडीए घटक दलों में से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, निषाद पार्टी से संजय निषाद के साथ ही नागालैंड और मेघालय के मुख्यमंत्री भी शामिल रहे.
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