रायपुर:मुहावरा है तू डाल डाल तो मैं पात पात. सोशल मीडिया पर ठगी का जाल फैलाने वाले इन दिनों ऐसी ही चुनौती पेश कर रहे हैं. जालसाजी और ठगी करने वालों का हौसला इतना बुलंद हो चुका है कि वो सीएम विष्णु देव साय के नाम पर भी फेक अकाउंट खोल दे रहे हैं. और तो और इस फर्जी आईडी से खोले गए सोशल मीडिया अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भी भेजा गया है. सायबर टीम ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
विष्णु देव साय के नाम से बनाई फेक फेसबुक ID, भेजे फ्रेंड रिक्वेस्ट, आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज - Fake ID created in name of CM - FAKE ID CREATED IN NAME OF CM
सोशल मीडिया पर फर्जी तरीके से अकाउंट खोलकर ठग लाखों लोगों को चूना लगा रहे हैं. इस बार ठगों ने सीएम विष्णु देव साय के नाम पर फेक अकाउंट खोल दिया है. ठग इतना शातिर है कि उसने फ्रेंड रिक्वेस्ट भी कई लोगों को इसी अकाउंट से भेजा है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Aug 1, 2024, 4:41 PM IST
सीएम विष्णु देव साय के नाम पर बनाया फेक आईडी: सायबर सेल की टीम को जैसे ही सीएम के नाम पर फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनने की भनक मिली वो जांच में जुट गई. रायपुर पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर फेक आईडी बनाने वाले की तलाश शुरु कर दी है. शुरुआती जांच में अभी तक फर्जी फेसबुक आईडी बनाने वाले का पता नहीं चल पाया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही फर्जी आईडी बनाने वाले को दबोच लिया जाएगा.
"सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग सेल ने फेक आईडी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम से फेसबुक संचालित होना पाया गया. जिसके बाद अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ इस मामले में आईटी एक्ट की धारा 66 सी के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. फेक आईडी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम से किस व्यक्ति ने फेसबुक प्रोफाइल बनाया है. इसकी जानकारी अब तक पुलिस को नहीं मिल पाई है." - संदीप मित्तल, एडिशनल एसपी, क्राइम
जालसाज ने भेजे फ्रेंड रिक्वेस्ट: सूत्रों की मानें तो जिन लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम से बनाए गए, इस फेक आईडी से भेजे गए फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट किया है, उन लोगों को कई फेक मैसेज भी पोस्ट किया जा रहे हैं. इसके साथ ही फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने वालों को मुख्यमंत्री के नाम से आदेश जारी करने की बात भी सामने आई है. अनजान शख्स ने फेक आईडी से किसी व्यक्ति से किसी तरह की कोई डिमांड की है.अज्ञात व्यक्ति रायपुर का रहने वाला है या फिर दूसरे राज्य का इसका पता आईपी एड्रेस से ही चल पाएगा. फिलहाल पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गई है.