कोलकाता: कोलकाता की एक विशेष सीबीआई अदालत ने मंगलवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तीन अन्य को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. उन्हें मंगलवार दोपहर अलीपुर में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत में पेश किया गया.
खबर के मुताबिक, अदालत परिसर से बाहर निकलते समय संदीप घोष पर जूता फेंका गया. घोष के कोर्ट परिसर से बाहर निकलते वक्त महिला वकील उनके खिलाफ नारे लगा रही थीं. इससे पहले, अदालत ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार चारों लोगों को वर्चुअल मोड में पेश करने के सीबीआई के आवेदन को खारिज कर दिया था.
खास बात यह है कि, सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने चारों में से किसी की हिरासत के लिए संपर्क नहीं किया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह ऐसा करेंगे. जिस पर, न्यायाधीश ने जवाब दिया कि क्या वे पहले से फैसला तय करने की कोशिश कर रहे थे. गौरतलब है कि, ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में संदिग्ध संजय रॉय की पिछली सुनवाई के दौरान, जब सीबीआई के एक वकील ने अदालत को 40 मिनट तक इंतजार करवाया था, तो मजिस्ट्रेट ने पूछा था कि क्या उन्हें कथित अपराधी की जमानत याचिका स्वीकार करनी चाहिए.
चारों की आठ दिन की हिरासत आज समाप्त हो गई. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सीबीआई उन्हें वर्चुअल मोड में पेश करना चाहती थी, लेकिन सीबीआई की विशेष अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी और उन्हें शारीरिक रूप से पेश होने को कहा.