रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में हिमालयन हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई. हालांकि घटना में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. इससे पहले भी केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर से जुड़ी कई घटनाएं घट चुकी हैं. बावजूद इसके हेली कंपनियां सबक लेने को तैयार नहीं हैं.
बताया जा रहा है कि बीते मंगलवार को केदारनाथ धाम में शेरसी हेलीपैड से हिमालयन हेली का हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर केदारनाथ के लिए रवाना हुआ. हेलीकॉप्टर जैसे ही एमआई-17 हेलीपैड के नजदीक पहुंचा, उसके इंजन से धुआं निकलने लगा. ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका को भांपते हुए पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग करा दी. इसके बाद हेलीकॉप्टर पर सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
केदारनाथ में हेलीकॉप्टर के इंजन से अचानक निकलने लगा धुआं (ETV Bharat) पायलट की सूझबूझ से बड़ी घटना होते-होते टल गई: जिला पर्यटन अधिकारी और नोडल अधिकारी हेली सेवा राहुल चौबे ने बताया कि बीती 29 अक्टूबर को समय 12:05 बजे यात्रियों को लेकर जा रहे हिमालयन कंपनी के हेली में तकनीकी खराबी आ गई, जिसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं. टेक्निकल टीम हेली की तकनीकी जांच कर रही है. इस तकनीकी खराबी के कारण किसी भी प्रकार का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
यात्रा के शुरूआत में भी हुई थी आपातकाल लैंडिंग: केदारनाथ यात्रा के शुरुआती चरण में भी केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर की आपातकाल लैंडिंग करानी पड़ी थी. इसी साल 24 मई को केदारनाथ में क्रिस्टल कंपनी के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. इसी हेलीकॉप्टर की 30 अगस्त को सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर मरम्मत के लिए लटका कर ले जा रहा था और थारू कैंप के समीप संतुलन बिगड़ने पर पायलट ने इसे खाली स्थान पर गिरा दिया था.
साल 2022 में हेलीकॉप्टर क्रैश होने से सात लोगों की गई थी जान: इससे पहले साल 2022 में कपाट बंद होने से कुछ दिन पहले केदारनाथ में क्रिस्टल कंपनी का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में पायलट सहित सात लोगों की मौत हो गई थी.
कांग्रेस ने खडे़ किए सवाल:केदारघाटी में लगातार हो रही हेलीकॉप्टर की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने बताया कि केदारनाथ धाम के लिए हर साल 9 से 10 हेली सेवाएं संचालित हो रही हैं, जिनके धुंए से पर्यावरण को भारी मात्रा में नुकसान पहुंच रहा है. इसके अलावा इन हेली सेवाओं को सिंगल इंजन के भरोसे संचालित किया जा रहा है. ऐसे में कई बार हादसा होते-होते टला है, जबकि कई हादसे हो भी चुके हैं. बीते मंगलवार की घटना को देखकर मौके पर मौजूद तीर्थयात्री सदमे में हैं.
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