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घर में अकेले रहते-रहते हो रही बुजुर्गों की मौत, कोई नहीं है खबर लेने वाला - Lonely Death In Japan

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 2, 2024, 6:34 PM IST

Lonely Death In Japan: छोटा परिवार सुख का आधार होता है. लेकिन कभी-कभी यह एक समस्या भी बन जाती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण जापान है. जापान में बुजुर्ग लंबे समय तक अकेले रहते हैं. कई बार तो ऐसी स्थिति आ जाती है कि जब उनकी मौत की खबर तीन-तीन महीने बाद पता चलती है. पढ़ें पूरी खबर.

Lonely Death In Japan
जापान में बुजुर्गों की समस्या (AP)

हैदराबादः दुनिया में विकसित देशों में से एक जापान अलग ही समस्या से जूझ रहा है. यह समस्या है बुजुर्गों की बढ़ती आबादी और उनका अकेलापन. वहां अकेले रहने वाले बुजुर्गों की मौत हो जाती है. कई जगहों पर हालात ऐसे हैं कि मौत की जानकारी एक-एक माह बाद समाज या पुलिस को मिल रही है. जापान पुलिस के ताजा डेटा के अनुसार करीबन 4 लोगों की मौत की जानकारी एक माह बाद मिली. वहीं 11-12 दर्जन लोगों के शव के बारे में एक साल बाद जानकारी मिली. उन्हें एक साल तक लापता माना जा रहा था. सरकार ने हाल के वर्षों में जापान में लोगों के बीच सामाजिक अलगाव और अकेलेपन से निपटने के प्रयासों को आगे बढ़ाया है, जिसमें मई 2023 में उन्हें संबोधित करने के लिए एक कानून पारित करना भी शामिल है.

जापान पुलिस की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 2024 के अंत तक 68000 लोगों की मौत के दौरान उनके साथ कोई नहीं होगा. यानि मौत के दौरान वे अलेके रहेंगे. उनके साथ न तो कोई रिश्तेदार होगा न ही कोई पड़ोसी. डेटा के अनुसार 2050 तक 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों की आबादी 1 करोड़ 60 लाख तक होने का अनुमान है.

संयुक्त राष्ट्र के डेटा के अनुसार

  1. जापान की जनसंख्या (2022)-123,951,688
  2. जापान की संभावित जनसंख्या (2050)-103,784,354
  3. 2050 तक अनुमानित जनसंख्याः 16 फीसदी गिरावट की संभावना

उम्र के अनुपात में जनसंख्या की स्थिति

  1. 0-14: 13.4 फीसदी
  2. 15-64:62.4 फीसदी
  3. 65+:24.2 फीसदी

क्योडो न्यूजपर प्रकाशित डेटा के अनुसारजनवरी से मार्च के बीच पुलिस द्वारा संभाले गए अकेले रहने वाले लोगों के बीच घर पर हुई मौतों के आंकड़ों, जिसमें आत्महत्या के मामले भी शामिल हैं, डेट से पता चला कि सबसे ज्यादा मौतें 85 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोगों में हुईं, जो 4,922 थीं. 75 से 79 वर्ष की उम्र के लोगों में 3,480 मौतें दर्ज की गईं, जबकि 80 से 84 वर्ष की उम्र के 3,348 लोग अकेले मर गए. 70 से 74 वर्ष की उम्र के बीच अकेले मरने वालों की संख्या 3,204 थी, इसके बाद 65 से 69 वर्ष की उम्र के 2,080 लोग थे.

क्या है एकाकी मौतःएकाकी मृत्यु को उस मृत्यु के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें कोई व्यक्ति बिना किसी और को देखे मर जाता है. शव मिलने से पहले एक निश्चित अवधि बीत जाती है. जैसा कि इस मुद्दे पर विचार करने के लिए कैबिनेट कार्यालय के कार्य समूह द्वारा पिछले साल एक अंतरिम चर्चा के अनुसार किया गया था.

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