नई दिल्ली:माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नशा मुक्त भारत के सपने को साकार करते हुए कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने भारी मात्रा में मादक पदार्थों की जब्ती सहित कई महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल की हैं. इसी सप्ताह एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस के एटीएस द्वारा किए गए संयुक्त अभियान में भारतीय जलक्षेत्र में लगभग 700 किलोग्राम ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी गई.
यह जब्ती समुद्री तस्करी को लक्षित करके चलाए जा रहे ऑपरेशन 'सागर-मंथन' अभियान का हिस्सा है. इस अभियान के दौरान 8 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने खुद को ईरानी बताया है.
ऑपरेशन सागर-मंथन-4
जानकारी के मुताबिक एजेंसियों एक विश्वसनीय इनपुट प्राप्त हुआ था कि एक अनरिस्टर जहाज, जिस पर कोई AIS इंस्टॉल नहीं है, नारकोटिक ड्रग्स/ साइकोट्रोपिक पदार्थों के साथ भारतीय जल में प्रवेश करेगा. इस खुफिया इनपुट पर सागर-मंथन-4 कोडनाम वाला ऑपरेशन शुरू किया गया.
इस दौरान भारतीय नौसेना ने जहाज की पहचान की और उसे रोक लिया, जिसके परिणामस्वरूप 700 किलोग्राम मेथ की एक बड़ी खेप पकड़ी गई. ड्रग सिंडिकेट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की पहचान करने के लिए जांच जारी है.
क्या है ऑपरेशन सागर-मंथन?
इस साल की शुरुआत में NCB का ऑपरेशन सागर-मंथन शुरू हुआ था. इस टीम में NCB मुख्यालय की ऑपरेशन ब्रांच के अधिकारी और भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और ATS गुजरात पुलिस के ऑपरेशन/खुफिया विंग के अधिकारी शामिल थे. इसका उद्देश्य अवैध मादक पदार्थों की समुद्री तस्करी से राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे का मुकाबला करना था.
NCB ने भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ समन्वय में इस तरह के समुद्री अभियानों की एक सीरीज शुरू की है और अब तक लगभग 3400 किलोग्राम विभिन्न मादक पदार्थ और साइकोट्रोपिक पदार्थ जब्त किए हैं. इतना ही इसमें 11 ईरानी और 14 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो फिलहाल जेल में हैं.
बता दें कि नशीले पदार्थों की तस्करी और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरे से निपटने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमताओं को और बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में एनसीबी में 111 पदों का सृजन किया है, जिसमें पिछले 2 वर्षों में सृजित 425 पदों के अलावा 5 एसपी स्तर के पद भी शामिल हैं.
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