बस्तर में लाल आतंक को झटके पर झटका, बीजापुर में एक साथ 30 नक्सलियों का सरेंडर - Naxalites Surrender In Bijapur - NAXALITES SURRENDER IN BIJAPUR
छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास और आत्मसर्पण नीति से प्रभावित होकर बीजापुर में मंगलवार को 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. समर्पण करने वालें नक्सलियों में 5 से 8 लाख के इनामी नक्सली भी शामिल हैं. सरेंडर करने पर पुनर्वास नीति के तहत इन नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है.
बीजापुर : जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान का सकारात्मक असर देखने को मिला है. मंगलवार को 30 नक्सलियों ने बीजापुर पुलिस अधीक्षक और अन्य सुरक्षाबलों के अधिकारियों के समक्ष सरेंडर किया है. इन सभी नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास और आत्मसर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है.
नक्सल संगठन छोड़ने की क्या है वजह : सभी आत्मसमर्पित नक्सली संगठन में कार्यों की उपेक्षा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, प्रताड़ना, माओवादियों की खोखली विचारधारा और आदिवासियों पर किये जा रहे अत्याचार से त्रस्त थे. इसलिए प्रदेश सरकार की आत्मसमर्पण नीतियों से वे प्रभावित हुए और भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. सरेंडर करने पर इन्हें शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रूपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई.
बीजापुर में सरेंडर करने वाले नक्सलियों के बारे में जानिए :सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से 9 नक्सली इनामी हैं. इन पर कुल मिलाकर 35 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम घोषित था.
मिटकी ककेम ऊर्फ सरिता (35 वर्ष), 8 लाख का इनामी नक्सली
मुरी मुहंदा ऊर्फ सुखमति (32 वर्ष), 8 लाख का इनामी माओवादी
रजिता वेट्टी ऊर्फ रामे (24 वर्ष), 5 लाख का इनामी नक्सली
देवे कोवासी (24 वर्ष), 5 लाख का इनामी माओवादी
सीनू पदम ऊर्फ चिन्ना (27 वर्ष), 5 लाख का इनामी नक्सली
आयता सोढ़ी (22 वर्ष), 5 लाख की इनामी नक्सली
आयतु कारम (50 वर्ष), 1 लाख का इनामी माओवादी
मुन्ना हेमला ऊर्फ चन्दू (35 वर्ष), 1 लाख का इनामी नक्सली
आयतु मिड़ियम ऊर्फ वर्गेश (38 वर्ष), 1 लाख का इनामी नक्सली
नक्सली सन्नू कारम ऊर्फ डोरा पिता आयतू कारम उम्र 24 वर्ष
नक्सली बामन कारम (22 वर्ष),
नक्सली सुखराम कारम (36 वर्ष),
नक्सली मनकू ताती (35 वर्ष),
नक्सली मुन्ना पोटाम ऊर्फ मुकेश (40 वर्ष),
नक्सली सन्तू हेमला (23 वर्ष),
नक्सली राहुल हेमला ऊर्फ छोटू (25 वर्ष)
नक्सली सुखराम ऊर्फ सुरेश कारम (30 वर्ष)
नक्सली मोटू हेमला (27 वर्ष)
नक्सली मोटू कवासी (27 वर्ष)
नक्सली रमेश हेमला (22 वर्ष)
नक्सली लक्खू कोरसा (25 वर्ष)
नक्सली नंदू कुरसम (21 वर्ष)
नक्सली सोमलू कड़ती ऊर्फ दिवाकर (40 वर्ष)
नक्सली सोमलू ताती (45 वर्ष)
नक्सली संतोष पदम (19 वर्ष)
नक्सली गुडडी हपका (26 वर्ष)
नक्सली ज्योति लेकाम (29 वर्ष)
नक्सली सोनू कुड़ियम (21 वर्ष)
नक्सली राजेश कोरसा (28 वर्ष)
नक्सली लखमू पल्लो ऊर्फ लखू (30 वर्ष)
सुरक्षाबलों के प्रयासों का दिख रहा है असर:प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों और पुलिस के जवान लगातार नक्सल उन्मूलन अभियान चला रहे हैं. डीआरजी, बस्तर फाइटर, STF, कोबरा और सीआरपीएफ की टीम लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन को लॉन्च कर रहे हैं. जिसका असर ग्राउंड पर भी दिख रहा है.