सारण: लहरों से डर कर नैया पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, जी हां ऐसा ही कारनामा सारण के लाल उदय कुमार ने कर दिखाया है. सारण के लाल ने वैशाखी के सहारे किलिमंजारो पर तिरंगा फहराया है. किलिमंजारो अफ्रीका देश की सबसे ऊंची चोटी है, जिस पर चढ़कर तिंरगा फहरा कर सारण के बनियापुर के रहने वाले उदय कुमार ने इतिहास रच दिया है.
सारण के लाल उदय कुमार (ETV Bharat) केतुक मिशन के तहत दिखाया कारनामा: सबसे बड़ी बात यह है कि उदय कुमार एक दिव्यांग पर्वतारोही है और उनका रेल दुर्घटना में एक पैर कट गया था. केतुक मिशन के तहत ग्रुप कैप्टन जय किशन के नेतृत्व में भारत की एक पर्वतारोही टीम ने तंजानिया के सर्वश्रेष्ठ चोटी किलिमंजारो पर चढ़कर 78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में 7800 स्क्वायर फीट का तिरंगा झंडा लहराया है.
सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (ETV Bharat) हाजारों में है इस चोटी की ऊंचाई: पर्वतारोहियों की इस टीम में शामिल एक पैर से दिव्यांग उदय कुमार ने बैसाखी के सहारे 19 हजार 341 फीट ऊंची चोटी पर चढ़ाई की. उन्होंने वहां पर भारतीय तिरंगा लहराया. बैसाखी के सहारे इतनी ऊंची चोटी पर चढ़ने वाले वह पहले पुरुष हैं, टीम ने तंजानिया में थल, जल और वायु तीनों जगह तिरंगा लहराया.
रक्षा मंत्रालय का दिव्यांगजन अभियान (ETV Bharat) पैर गवाने के बाद भी नहीं मानी हार: उदय कुमार का एक पैर 29 अक्टूबर 2015 को रेल दुर्घटना में कट गया था. वर्तमान में वह कोलकाता की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं. हालांकि उनमें इतना जुनून है कि मामूली वेतन के बावजूद, छुट्टी लेकर मैराथन में भाग लेते रहते हैं. वो अबतक देश के 11 राज्यों में लगभग 75 स्थानों पर भाग ले चुके हैं.
सबसे बड़ा भारतीय तीरंगा फहराया (ETV Bharat) एक पैर से लगाते हैं लंबी दौर: बता दें कि वो मैराथन में 21 किलोमीटर तक की दौड़ में भी शामिल हुए हैं. वहीं उनका अगला लक्ष्य माउंट एवरेस्ट है. गौरतलब हो कि उदय कुमार सारण जिले के बनियापुर प्रखंड स्थित बारो पुर गांव के निवासी हैं. उनके इस उपलब्धि से सारण जिले में खुशी की लहर है. लोगों ने उनके इस काम के लिए उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है.
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