मुंबई: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता देवेंद्र फडणवीस आज यानी गुरुवार को तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वह राज्य के 21वें मुख्यमंत्री होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दो उपमुख्यमंत्रियों, एनसीपी नेता अजित पवार और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे को भी शपथ दिलाई जाएगी.
इस बीच, मुंबई के आजाद मैदान के आसपास के इलाके में महाराष्ट्र के भावी सीएम फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के पोस्टर लगे हुए हैं. बता दें कि, फडणवीस को सर्वसम्मति से राज्य भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी.
संजय राउत का बयान
महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह से पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, शिंदे युग खत्म हो चुका है, यह सिर्फ दो साल के लिए था। उनका इस्तेमाल अब खत्म हो चुका है और उन्हें किनारे कर दिया गया है.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा...
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि, "23 नवंबर को नतीजे आए, उन्हें (महायुति को भारी बहुमत मिला...कुछ गहरी अंतर्कलह थी और उसे सुलझाने और देवेंद्र फडणवीस के नाम की घोषणा करने में 11 दिन लग गए. अगर इसकी शुरुआत ऐसे हुई है तो अंत भी ऐसा ही होगा...वे (महायुति) लोगों के हित में सरकार नहीं बना रहे हैं..."
महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार
बता दें कि, विधान भवन में आयोजित विधायक दल की बैठक में, गुजरात के पूर्व सीएम और भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक विजय रूपानी ने घोषणा की कि फडणवीस (54) को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है. बैठक में बोलते हुए भाजपा की केंद्रीय पर्यवेक्षक और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्य और केंद्र में "डबल इंजन सरकार" विकास को बढ़ावा देगी.
वहीं, फडणवीस ने उन पर भरोसा जताने के लिए भाजपा विधायकों को धन्यवाद दिया और कहा कि 20 नवंबर के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की शानदार जीत पीएम मोदी द्वारा दिए गए "एक है तो सुरक्षित है" के मंत्र के कारण थी.
विधान भवन की बैठक में, राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने विधायक दल के नेता के रूप में फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा. बुधवार को विधायक दल की बैठक से पहले यहां आयोजित राज्य भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में शीर्ष पद के लिए फडणवीस के नाम को अंतिम रूप दिया गया.