नयी दिल्ली : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने की कोशिश करने का विपक्ष पर लगाये गए आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पलटवार किया. सीताराम येचुरी ने कहा कि यहां केरल सरकार द्वारा आयोजित प्रदर्शन में दिल्ली एवं पंजाब के मुख्यमंत्रियों का शामिल होना दर्शाता है कि ऐसा कोई विभाजन नहीं है.
'संघवाद को बचाने' के लिए आयोजित वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के प्रदर्शन में, येचुरी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर भारत के धर्मनिरपेक्ष, लोकतंत्रिक गणराज्य के चरित्र को 'फासीवादी, कट्टर असहिष्णु हिंदुत्व राष्ट्र' में तब्दील करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला शामिल हुए.
येचुरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कहा है कि विपक्ष देश को उत्तर-दक्षिण में बांटने की कोशिश कर रहा है. प्रधानमंत्री को भारत का भूगोल समझने की जरूरत है. केजरीवाल, मान दक्षिण से नहीं हैं, फारूक कश्मीर से हैं, दक्षिण से नहीं. शायद वह (मोदी) भारत का भूगोल नहीं जानते. यह उत्तर-दक्षिण लड़ाई नहीं है, यह संविधान द्वारा दिये गए अधिकारों के बारे में है.' उन्होंने कहा कि देश का संविधान कहता है कि भारत राज्यों का संघ है. राज्यों के बगैर, संघ नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, आपके पास अब केवल एक संघ रहने जा रहा है, राज्य नहीं. केंद्र चाहता है कि राज्य अपने बकाये को मांगने के लिए उसके पास भिक्षा पात्र के साथ आएं.