नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 6 जनवरी को जारी फाइनल वोटर लिस्ट में अब 89 हज़ार से ज्यादा वोटर और बढ़ गए हैं. शुक्रवार को दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर एलिस वाज ने बताया कि 6 जनवरी को जारी संशोधित सूची में कुल 1,55,24,858 मतदाता आयोग ने बताया था, अब आज दिल्ली के कुल मतदाताओं की संख्या 1,56,14,000 हो गई है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में आज प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने फाइनल वोटर लिस्ट में 89,142 नए वोटर के शामिल करते हुए कुल वोटरों की संख्या में इजाफा होने की जानकारी दी है. निर्वाचन अधिकारी आर एलिस वाज ने बताया कि 16 दिसंबर के बाद दिल्ली में रहने वाले जिन लोगों ने नए वोटर कार्ड बनवाने या एड्रेस चेंज करने के लिए आवेदन किया था, उनमें जो आवेदन ठीक पाए गए उन्हें वोटर कार्ड जारी किया गया है और उनके नाम भी वोटर लिस्ट में शामिल किए गए हैं.
17 जनवरी तक 89,142 नए वोटरों को लिस्ट में शामिल किया गया है. अब दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में कुल वोटरों की संख्या 1 करोड़ 56 लाख 14 हजार हो गई है. 6 जनवरी को जो फाइनल वोटर लिस्ट जारी की गई थी तब दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में कुल वोटरों की संख्या 1 करोड़ 55 लाख 24,858 थी. जिन लोगों ने बाद में नए वोटर कार्ड किसी उद्देश्य के लिए आवेदन किया उन्हें भी लिस्ट में शामिल करने के बाद कुल वोटरों की संख्या अब 1,56,14,000 हो गई है. यह लिस्ट 17 जनवरी को तैयार की गई है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 मतदाता सूची (etv bharat gfx) 5 फरवरी को चुनाव की तैयारियों को दिया गया अंतिम रूप:दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने 5 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अंतिम तैयारियों को लेकर बताया कि 1 लाख से ज़्यादा मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. वहीं, मतदान केंद्रों पर मतदाता-अनुकूल सुविधाएँ बनाई गई हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर एलिस वाज ने न्यूनतम सुविधा नीति के तहत वेटिंग एरिया, पीने का पानी, शौचालय, रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा होगी. साथ ही किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के मामले में तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक चिकित्सा दल तैनात किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, छोटे बच्चों वाले माता-पिता की सहायता के लिए एक क्रेच सुविधा उपलब्ध होगी.
AI बेस्ड कैमरे से पोलिंग बूथ के बाहर भीड़ का लगाया जाएगा पता:मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिल्ली चुनाव में पहली बार क्यू मैनेजमेंट सॉल्यूशन (कतार प्रबंधन प्रणाली) के लिए मोबाइल एप और वेबपेज (भारत में पहली बार) मतदाताओं को मतदान दिवस पर मतदान केंद्रों पर वास्तविक समय की भीड़ के स्तर की निगरानी करने की अनुमति देगा. अक्सर, मतदाता लंबी कतारों के कारण अपना वोट डाले बिना ही चले जाते हैं. इस एप के साथ, वे लाइव भीड़ अपडेट तक पहुंच सकते हैं, एप का प्राथमिक लाभ यह है कि यह लंबी लाइनों में इंतजार करने की आवश्यकता को कम करके मतदाताओं का समय बचाएगा और इस प्रकार दिल्लीवासियों की मतदान में वृद्धि करेगा. यह मोबाइल एप “Delhi Election 2025 QMS” Google Play Store पर उपलब्ध है.
थीम आधारित मॉडल मतदान केंद्र:दिल्ली में कुल 210 मतदान केंद्रों (प्रत्येक विधानसभा में तीन) मॉडल केंद्र बनाए गए हैं. एक विधानसभा में एक पिंक बूथ होगा जहां सभी मतदान स्टाफ महिलाएं होंगी. इसी तरह 70 मतदान केंद्रों का प्रबंधन और संचालन पूरी तरह से दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा. मतदाताओं को बूथ परिसरों में आसानी से अपने मतदान केंद्र खोजने में सहायता करने के लिए सभी जिला चुनाव अधिकारी रंग कोड के अनुसार मतदान केंद्र स्थापित करेंगे. किसी विशेष मतदान केंद्र को सौंपा गया विशिष्ट रंग कोड मतदाता सूचना पर्ची में विभाजित किया जाएगा, जिसे मतदाताओं को वितरित किया जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य भ्रम, देरी को कम करना और चुनाव के दिन एक सहज मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करना है.
अचार संहिता उल्लंघन के कुल 5,244 मिली शिकायतें:cVIGIL ऐप को अब तक कुल 5,244 शिकायतें मिली हैं, जिनमें सबसे अधिक शिकायतें उत्तरी जिले (1,049) और सबसे कम शाहदरा (136) से दर्ज की गई हैं. यह ऐप नागरिकों के लिए चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट के लिए विकसित की गई है.
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