नई दिल्ली:दिल्ली एयरपोर्ट बुधवार, 14 अगस्त को एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) के एयरपोर्ट कार्बन एक्रीडिटेशन (ACA) कार्यक्रम के तहत नेट जीरो कार्बन एमिशन एयरपोर्ट का दर्जा हासिल करने वाला पहला भारतीय एयरपोर्ट बन गया. GMR एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की सहायक कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने घोषणा की कि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) ACI के ACA कार्यक्रम के तहत नेट जीरो कार्बन एमिशन एयरपोर्ट का दर्जा (स्तर 5 प्रमाणन) सफलतापूर्वक हासिल करने वाला भारत का पहला एयरपोर्ट बन गया है.
नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन क्या है (ETV Bharat) 6 साल पहले ही पूरा किया लक्ष्य
शुरू में हवाई अड्डे ने 2030 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा था. लेकिन रिन्यूअबल एनर्जी के उपयोग, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और हरित हवाई अड्डे के लिए बुनियादी ढांचे के विकास सहित विभिन्न उपायों के माध्यम से DIAL ने अपने लक्ष्य को निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया.
DIAL के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विदेह कुमार जयपुरिया ने कहा, ‘‘एयरपोर्ट संचालन से कार्बन उत्सर्जन को कम करना IGIA में हमारे लिए एक प्रमुख फोकस रहा है. 2016 में कार्बन-न्यूट्रल स्थिति और 2020 में लेवल 4+ संक्रमण मान्यता प्राप्त करना केवल शुरुआत थी. 2024 में पांच स्तर के शुद्ध रूप से शून्य उत्सर्जन मान्यता प्राप्त करने के साथ, हमने एक बार फिर निरंतर सुधार और पर्यावरण अनुकूल पहल के मामले में अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है.’’
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विदेह कुमार ने कहा, "जैसा कि हम जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करते हैं, हम अपने कार्बन पदचिह्न को और कम करने और स्कोप 3 उत्सर्जन को संबोधित करने के लिए स्थायी विमानन ईंधन विकल्पों की खोज करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी लक्ष्य तिथि से पहले ACI के लेवल 5 प्रमाणन को प्राप्त करना स्थिरता और नवाचार के प्रति हमारे समर्पण का प्रमाण है.
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