श्रीनगर:जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में विजयपुर इलाके के 37 वर्षीय सुमित जंडियाल की कल जम्मू शहर के बीचों-बीच दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. खौफ गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली है. अपने इंस्टाग्राम पेज खौफ ग्रुप पर एक पोस्ट में गैंग ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, "ज्वेल चौक में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी हमारे दो भाई अनिल राजी और बंटी राजी लेते हैं. यह हमारे भाई शुनू की हत्या का बदला था."
हालांकि, मृतक के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने दावा किया कि जंडियाल किसी भी गिरोह से जुड़ा नहीं था और वह पूरे इलाके के लिए मददगार था. जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में शवगृह के बाहर जंडियाल के करीबी ने मीडिया कर्मियों से कहा, " ADGP ने जो भी कहा कि यह गैंगवार की एक सामान्य घटना थी, हम उसकी निंदा करते हैं. हमारे इलाके में कोई गटारू गिरोह नहीं है, बल्कि सुमित का बचपन से ही गटारू सरनेम था और उसे गैंगस्टर कहना गलत है."
कठुआ में पुलिस फायरिंग
उन्होंने कहा कि शुनू की पिछले साल अप्रैल में GMC कठुआ में पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी, जब पुलिस ने खौफ समूह के सदस्यों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था और जंडियाल का इसमें कोई हाथ नहीं था. इस घटना में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा की भी मौत हो गई थी. अब पुलिस जंडियाल की हत्या के पीछे शामिल लोगों की तलाश कर रही है और सोशल मीडिया पर स्कूटी सवार तीन युवकों की तस्वीर भी घूम रही है, लेकिन पुलिस ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है.