अगर आपके पास आए 'ट्राई' से कॉल, तो हो जाएं सावधान! बुजुर्ग के चले गए लाखों रुपये - Cyber Fraud with Old Person - CYBER FRAUD WITH OLD PERSON
तेलंगाना में एक बुजुर्ग के साथ के लाखों की साइबर ठगी हुई. बुजुर्ग के पास एक व्यक्ति ने कॉल किया, जिसने खुद को ट्राई का प्रतिनिधि बताया था. इसके बाद पीड़ित व्यक्ति के पास नेता, सीबीआई और कानून प्रवर्तन अधिकारी के नाम पर भी कॉल आए और उन पर दबाव बना कर 20 लाख रुपये ठग लिए गए. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
हैदराबाद: तेलंगाना में हैदराबाद के नारायणगुडा में साइबर क्राइम का एक ताजा मामला सामने आया है, जिसमें साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को निशाना बनाया और उनसे 20 लाख रुपये की ठगी कर ली. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शहर के 63 वर्षीय पीड़ित ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत हैदराबाद साइबर पुलिस को दी.
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, पीड़ित बुजुर्ग के पास एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को ट्राई का एक प्रतिनिधि बताया. उस व्यक्ति ने पीड़ित को बताया कि उनके के आधार कार्ड का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों में किया गया है. कॉल करने वाले ने पीड़ित को चेतावनी दी कि कुछ ही घंटों में पीड़ित के मोबाइल फोन सेवाएं बंद कर दी जाएंगी.
पीड़ित ने बताया कि इसके बाद, कथित मुंबई साइबर पुलिस से एक वीडियो कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताते हुए पीड़ित के आधार कार्ड से जुड़ी एक कथित जांच के बारे में विस्तार से बताया. उस व्यक्ति ने पीड़ित को डराया और एक अन्य व्यक्ति ने खुद को राजनेता नवाब मलिक बताते हुए, पीड़ित और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बीच संबंधों का आरोप लगाया.
पीड़ित के अनुसार स्थिति तब और बिगड़ गई, जब एक अन्य व्यक्ति ने सीबीआई अधिकारी बनकर पीड़ित से बात की. उस व्यक्ति ने पीड़ित के मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया. सुनियोजित दबाव और धमकियों का सामना करते हुए, पीड़ित काफी घबरा गया, जिसके बाद ठगों ने उससे 20 लाख रुपये की मांग की और पीड़ित ने उन्हें ये रकम दे दी.
स्थिति की गंभीरता और धोखाधड़ी को समझते हुए, बुजुर्ग व्यक्ति ने तुरंत साइबर पुलिस को इसकी सूचना दी. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना व्यक्तियों, विशेष रूप से बुजुर्गों, के परिष्कृत साइबर घोटालों के प्रति संवेदनशीलता को रेखांकित करती है. अधिकारी अपराधियों को पकड़ने और ऐसी धोखाधड़ी के प्रचलन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मामले की सक्रिय रूप से जांच कर रहे हैं.