नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद शनिवार को दिल्ली के अशोक होटल में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई, जिसमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि बैठक में सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने का अनुरोध किया है. साथ ही उन्होंने विपक्षा का नेता नियुक्त करने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है. सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी से अनुरोध किया है कि वह विपक्ष का नेता की जिम्मेदारी संभालें. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें इसके लिए सोच-विचार करने का समय चाहिए.
सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद शनिवार शाम को संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसदों और राज्यसभा सदस्यों की भी बैठक हुई. जिसमें सोनिया गांधी फिर से कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष चुनी गईं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीपीपी अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा. पार्टी नेता गौरव गोगोई, तारिक अनवर और के. सुधाकरन ने प्रस्ताव का समर्थन किया.
भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस की सीटें बढ़ने का श्रेय...
बताया गया है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनाव नतीजों की समीक्षा की गई. इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ने का श्रेय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को दिया. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों से भारत जोड़ो यात्रा गुजरी, वहां पार्टी की सीटें बढ़ी हैं.
खड़गे ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस कार्य समिति देश-भर में फैले पार्टी के नेताओं और करोड़ों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती है, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में अथक परिश्रम किया. उन्होंने कहा कि जनता ने हम में विश्वास व्यक्त करके तानाशाही शक्तियों और संविधान विरोधी ताकतों को कड़ा जवाब दिया है. देश के मतदाताओं ने बीजेपी के 10 साल की विभाजनकारी, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देती है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में चुनाव लड़कर जीत हासिल की. उन्हें 18वीं लोकसभा का सदस्य बनने पर शुभकामनाएं.