शिमला: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग के बाद सत्ताधारी कांग्रेस में हड़कंप मच गया है. सूत्रों के मुताबिक 6 से 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. जिसका फायदा बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन को मिल सकता है. मतदान के बाद मुख्यमंत्री का अगर-मगर वाले बयान की भी इस ओर इशारा कर रहे थे, वहीं नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा था कि गणित भले कांग्रेस के साथ है लेकिन गणित बिगड़ते देर नहीं लगती है. इस बीच सूत्रों का कहना है कि निर्दलीय विधायकों समेत 6 से 9 विधायकों कांग्रेस की बजाय बीजेपी प्रत्याशी को वोट दिया है.
राज्यसभा का गणित
68 विधायकों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 40 विधायक कांग्रेस और 25 विधायक बीजेपी के हैं. इसके अलावा 3 निर्दलीय विधायक भी हैं. राज्यसभा उम्मीदवार को जीत के लिए 35 विधायकों के वोट की जरूरत है. इस हिसाब से कांग्रेस की झोली में सीट जाना तय लग रहा है लेकिन सूत्रों की मानें तो 6 से 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट किया है. अगर 9 से कम विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है तो कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की जीत तय है लेकिन अगर 9 विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं और सभी वोट वेलिड माने जाते हैं तो बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के हिस्से में 34-34 वोट आएंगे. ऐसी स्थिति में चुनाव फिर से कराना होगा. क्रॉस वोटिंग के डर से कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान भी कई चीजें खुलकर सामने आ गईं.
करीब 2 घंटे तक सत्ता पक्ष सदन से नदारद