तेलंगाना के शिल्पकार हरिप्रसाद ने राम मंदिर के लिए बनाई रेशमी साड़ी
Hariprasad silk sari saree Ram mandir: तेलंगाना के राजन्ना सिरसिला के शिल्पकार वेल्डी हरिप्रसाद ने राम मंदिर के लिए रेशमी साड़ी बनाई है. पीएम मोदी उनके कौशल की तारीफ कर चुके हैं.
तेलंगाना के शिल्पकार हरिप्रसाद ने राम मंदिर के लिए बनाई सोने की रेशमी साड़ी
सिरसिला: तेलंगाना के चर्चित शिल्पकार वेल्डी हरिप्रसाद ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा दिखाई है. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर को उपहार में देने के लिए एक सोने की रेशमी साड़ी बनाई है. इसी सिलसिले में वह प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे. हरिप्रसाद और रेखा दम्पति को गणतंत्र दिवस मनाने के लिए दिल्ली से निमंत्रण मिला.
इन समारोहों के दौरान प्रधानमंत्री को साड़ी भी दिखाई जाएगी. इसके बाद अयोध्या में साड़ी भेंट की जाएगी. उन्होंने जातिगत पेशे में विश्वास किया और अपनी कला का प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री ने जी-20 का लोगो तैयार करने के लिए हरिप्रसाद को उनके 95वें 'मन की बात' कार्यक्रम के लिए बधाई दी थी. बुनकर हरिप्रसाद ने जी20 का एक लोगो बनाकर पीएम मोदी को भेजा था. पीएम मोदी उनके कौशल से आश्चर्यचकित थे.
10वीं कक्षा पास हैं हरिप्रसाद:पूरे देश में सिरसिला की प्रसिद्धि फैलाने वाले हरिप्रसाद ने 10वीं कक्षा में पढ़ाई की. उन्होंने अपने पिता के साथ करघे का काम करना चुना. उन्होंने बचपन से ही कुछ रचनात्मक बनाने के लिए करघे पर अपने प्रयोग शुरू कर दिए. माचिस, अंगूठी और छोटी सुई की मदद से बेहद नाजुक साड़ियां बुनी जाती हैं.
हरिप्रसाद ने अपनी पत्नी रेखा के साथ मिलकर 6.5 मीटर लंबी, 48 इंच चौड़ी और 900 ग्राम वजन की सोने की रेशम साड़ी बनाने के लिए 20 दिनों तक काम किया. साड़ी में श्री राम के 875 नाम दर्ज हैं. भगवान राम के जीवन की दस महत्वपूर्ण घटनाएँ जैसे जन्म, धनुर्विद्या सीखना, सीता राम का कल्याण, सीता राम का लक्ष्मण के साथ वनवास जाना, सीता द्वारा राम को हिरण दिखाना और उसे मांगना, सीता को रावण द्वारा लंका ले जाना, राम की हनुमान से मुलाकात, राम द्वारा वानर सेना के साथ राम सेतु पुल का निर्माण, राम का रावण के साथ युद्ध, राज्याभिषेक के चित्र साड़ी पर दर्शाए गए हैं. हरिप्रसाद ने कहा कि सारी को तैयार करने में 1.5 लाख रुपये खर्च हुए.