हासन (कर्नाटक) :जीवन बीमा की राशि के लिए एक व्यक्ति ने दुर्घटना में मरने का नाटक करने के लिए अपने जैसे दिखने वाले एक दूसरे की व्यक्ति हत्या कर दी. पुलिस जांच में साजिश में कई लोगों के शामिल होने की बात सामने आई. घटना में नाम पर राशि लेने की कोशिश करने वाले मुनिस्वामी गौड़ा और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में ट्रक चालक को भी गिरफ्तार किया गया है.
हत्या के 10 दिन बाद मामला प्रकाश में आया. पुलिस ने मृतक की पहचान उसके पति के रूप में करने और साजिश में शामिल उसकी पत्नी और दो अन्य को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम गठित की है. जांच के दौरान पता चला कि मुनिस्वामी गौड़ा, उनकी पत्नी शिल्पारानी, ट्रक चालक देवेन्द्र नाइक, होसकोटे तालुक के चिक्काकोलिगा गांव के सुरेश और वसंत ने यह साजिश रची है.
जांच के दौरान पता चला कि मुनिस्वामी गौड़ा, उनकी पत्नी शिल्पारानी, ट्रक चालक देवेन्द्र नाइक, होसकोटे तालुक के चिक्काकोलिगा गांव के सुरेश और वसंत ने यह साजिश रची है. घटना के सामने आने के बाद ट्रक चालक देवेंद्र को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई. इस दौरान पुलिस को उसने बताया कि जिस व्यक्ति की हत्या की गई वह व्यक्ति भिखारी था. फिलहाल मृतक की पहचान का पता लगाने के लिए जांच कर रही है.
घटना के मुताबिक13 अगस्त को सुबह करीब 3.15 बजे शिकायत मिली कि गंडासी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत गोलाराहल्ली गेट के पास टायर बदलते समय एक लॉरी ने कार को टक्कर मार दी. इस संबंध में होसकोटे शहर की शिल्पारानी ने शिकायत की कि उनके पति मुनिस्वामी गौड़ा की दुर्घटना में मृत्यु हो गई.और उन्होंने शव को ले जाकर अंतिम संस्कार भी किया. इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक सुजीता ने बताया कि मुनिस्वामी गौड़ा की पत्नी शिल्पारानी ने उनकी पहचान की और शिकायत की कि उनके पति को एक लॉरी ने टक्कर मार दी थी, जब वह खड़ी थी और जिससे उनकी मौत हो गई. हालांकि, शुरुआती जांच से यह स्पष्ट हो गया कि मौत दुर्घटना के कारण नहीं हुई है.
इस पर ट्रक के चालक देवेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. इस पर यह बात सामने आई कि मुनिस्वामी गौड़ा की मौत नहीं हुई थी और यह कोई दुर्घटना भी नहीं थी. देवेंद्र द्वारा दी गई सूचना के आधार पर कि मुनिस्वामी गौड़ा की मौत नहीं हुई है, उन्हें बिरुर में पाया गया और पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया. जांच में यह भी पता चला कि मुनिस्वामी गौड़ा, देवेंद्र, सुरेश और वसंत नाम के चार लोगों ने यह साजिश रची थी. मुनिस्वामी गौड़ा ने कई बीमा कराए हैं.
इसीक्रम में दुर्घटना बीमा से अधिक पैसे पाने के तहत इस तरह की योजना बनाई और साजिश रची गई. मुनिस्वामी ने शव के साथ आधार कार्ड और पहचान पत्र भी रख दिए. एसपी ने बताया कि पत्नी शिल्पारानी ने भी शव की पहचान अपने पति के रूप में की है और वह ही कथानक का मुख्य पात्र है. मुनिस्वामी गौड़ा और मृतक व्यक्ति की शक्ल एक जैसी थी. प्रारंभिक जांच में पता चला कि किसी अन्य व्यक्ति की हत्या कर शव को मौके पर फेंक दिया गया था और इसे दुर्घटना का रूप दिया गया था. एसपी ने बताया कि फिलहाल आगे की जांच चल रही है. मामले में शामिल चारों लोग पहले होसकोटे में साथ काम कर रहे थे. एसपी ने बताया कि टीम ने कई बार उसके जैसे निर्दोष व्यक्ति की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन वह विफल रही और जांच के दौरान इसका खुलासा हुआ.
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