नई दिल्ली: ईवीएम हैकिंग के आरोपों पर इंडिया गुट में फूट नजर आ रही है. एक ओर जहां कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने चुनाव में हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा वहीं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा कि हम इस पर चर्चा करेंगे. यह राष्ट्रीय महत्व का हिस्सा है.
लेकिन इस मामले में सबसे बड़ा बयान कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम का आया है. उन्होंने ईवीएम पर भरोसा जताया है. सोमवार को संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए ईवीएम पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि मैं 2004 से ईवीएम के उपयोग वाले चुनाव में भाग ले रहा हूं. व्यक्तिगत तौर पर मुझे इससे कोई शिकायत नहीं रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ना ही मेरे पास ईवीएम से छेड़छाड़ करने के कोई ठोस सबूत हैं. उन्होंने कहा कि यदि किसी को इस बारे में ईवीएम को लेकर कोई संदेह है तो उन्हें वास्तव में सबूतों के साथ सामने आना चाहिए.
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि जब तक कोई वैज्ञानिक आंकड़ों के साथ ईवीएम से छेड़छाड़ की बात साबित नहीं करता मैं इस बारे में अपनी राय नहीं बदलने वाला हूं. उन्होंने कहा कि हम इसी ईवीएम के माध्यम से चुनाव जीतते भी है और इन्हीं ईवीएम में पड़े वोटों से तय होता है कि हम हार रहे हैं. यह एक प्रक्रिया है. जब तक कोई वास्तव में वैज्ञानिक डेटा के साथ यह साबित नहीं करता कि इसमें हेराफेरी हुई है, मैं अपना दृष्टिकोण बदलने को तैयार नहीं हूं. मुझे पता है कि मेरी पार्टी में कई लोगों का दृष्टिकोण अलग है, वास्तव में उन्हें इसे स्पष्ट करना है.
इससे पहले आज संसद की कार्यवाही में भाग लेने से पहले सुप्रिया सुले ने कहा कि ईवीएम को लेकर मैं कांग्रेस से बात करूंगी. मैं अभी इंडिया गठबंधन की बैठक में जा रही हूं. हमें इस सब के लिए कुछ सबूत चाहिए. हम इस पर काम कर रहे हैं. दरअसल कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने एक बयान दिया था कि ईवीएम हैक के कारण एमवीए महाराष्ट्र हार गया.