गुवाहाटी: तमाम विवादों को नजरअंदाज करते हुए आखिरकार कांग्रेस ने बिहाली में अपना उम्मीदवार दे दिया है. कांग्रेस ने बिहाली उपचुनाव के लिए हाल ही में भाजपा से अलग हुए नेता जयंत बराह को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस के इस फैसले से बीजेपी विरोधी एकता 'असम संमिलित मोर्चा' ने नाराजगी व्यक्त की है.
इस मोर्चा का उद्देश्य 2026 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए एक मजबूत विपक्षी गठबंधन बनाना था. इसी गठबंधन के तहत यह तय हुआ था कि उपचुनाव में कांग्रेस और सीपीआई (एमएल) ने बिहाली निर्वाचन क्षेत्र को विपक्षी गठबंधन असम संमिलित मोर्चा के लिए छोड़ देगा. लेकिन अंतिम समय में कांग्रेस ने बिहाली सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. बिहाली में कांग्रेस ने बीजेपी के एक विवादित नेता को उम्मीदवार बनाया है.
बिहाली सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने जयंत बराह को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने बुधवार रात इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की. अब इस निर्वाचन क्षेत्र में विपक्षी एकता मंच की उम्मीदवारी को लेकर चल रही अटकलों का अंत हो गया है.
कांग्रेस की ओर से बिहाली उपचुनाव में नामांकन के बाद, असम उपचुनाव में भाजपा विरोधी असम सामिलित मोर्चा कमजोर होता दिख रहा है. प्रारंभ में, कांग्रेस यह सीट सीपीआई (एमएल) को देना चाहती थी, लेकिन बाद में उम्मीदवार विवेक दास के प्रति असंतोष व्यक्त किया. आखिरकार गौरव गोगोई जैसा चाहते थे वैसे ही बिहाली से भाजपा छोड़कर आए नेता जयंत बराह को उम्मीदवार बनाया है. देखना यह होगा कि नामांकन के बाद विपक्षी संमलित मोर्चा किस तरह की प्रतिक्रिया देता है.