नई दिल्ली:विदेश मंत्रालय ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा अमेरिका में भारतीय सरकार के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले में दायर दीवानी मुकदमे पर तीखी प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि यह पूरी तरह से अनुचित है.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने गुरुवार को यहां प्रधानमंत्री मोदी की इस वीकेंड पर होने वाली अमेरिका यात्रा पर विशेष ब्रीफिंग के दौरान कहा कि जैसा कि हमने पहले कहा है भारत और अमेरिका के बीच जो भी मुद्दे आपसी चिंता के हैं, हम उन सभी पर चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा कि कोई स्पेसिफिक मुद्दा उठाया जाएगा या नहीं, मैं इस समय नहीं कह सकता, लेकिन मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
भारतीय सरकार के खिलाफ केस
नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा अमेरिका में भारतीय सरकार के खिलाफ 'हत्या' के प्रयास का मुकदमा दायर करने के सवाल पर विदेश सचिव मिसरी ने कहा, "जैसा कि हमने पहले कहा है, ये पूरी तरह से अनुचित और निराधार आरोप हैं. अब जब यह विशेष मामला दर्ज किया गया है. इससे अंतर्निहित स्थिति के बारे में हमारे विचार नहीं बदलते हैं. मैं केवल आपका ध्यान इस विशेष मामले के पीछे के व्यक्ति की ओर आकर्षित करना चाहता हूं, जिसका इतिहास अच्छी तरह से पता है."
गैर कानूनी संगठन
विदेश सचिव ने कहा, "मैं इस फैक्ट को भी रेखांकित करना चाहता हूं कि जिस संगठन का यह व्यक्ति (पन्नू) प्रतिनिधित्व करता है, वह एक गैर कानूनी संगठन है, जिसे 1967 के गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत ऐसा घोषित किया गया है और यह भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करने के उद्देश्य से राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने के कारण किया गया है."