शिमला: बीती रात को हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. कई लोग लापता हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक करीब 52 लोग लापता हैं, जबकि दो लोगों की मौत हुई है. कई घर जमींदोज हो गए हैं. सबसे ज्यादा शिमला जिले में 36 लोग अभी तक लापता है और एक व्यक्ति की मौत हुई है. पांच सड़कें बंद हो गई हैं, जबकि एक नेशनल हाईवे भी बंद है.
मंडी जिले में भी 2 व्यक्तियों की मौत हुई है एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. नौ लोग यहां भी लापता हैं. कुल्लू जिले में सात लोग लापता हैं. यहां भी कई मकान, दुकानें ध्वस्त हो गए हैं. कई सड़क मार्ग बंद हैं. कई सड़कें पूरी तरह से बह गई हैं. लापता लोगों की तलाश जारी है.
रामपुर में फटा बादल
राजधानी शिमला में रामपुर के झाकड़ी में आज सुबह तड़के समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक बादल फटा है, इससे इलाके में भारी तबाही हुई है. 36 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है. बादल फटने की सूचना मिलते ही रामपुर उपमंडल प्रशासन, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड और मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंच गए.
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
एसडीएम रामपुर निशांत तोमर ने बताया कि, 'बादल फटने के कारण प्रभावित क्षेत्र से 36 लोगों के लापता होने की सूचना है. सड़कें भी जगह-जगह से टूट गई हैं इसके कारण रेस्क्यू टीम दो किलोमीटर पैदल चल कर उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंची है. टीमों ने घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी को भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है. सारी टीमें एक जुट होकर रेस्क्यू कार्यों में जुटी हुई है. एंबुलेंस समेत सभी प्रबंध मौके पर किए गए हैं. आपदा में लापता लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू टीम की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.'
पधर में फटा बादल
मंडी के पधर उपमंडल में थालूकोट में बादल फटने की घटना के बाद 9 लोग लापता हैं. एक बुजुर्ग महिला का शव बरामद हो चुका है, जबकि एक युवक घायल हुआ है. मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन मलबे में फंसे हुए लोगों तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ के साथ एयरफोर्स से मदद मांगी थी. सड़कें और रास्ते टूट जाने के कारण घटनास्थल तक पहुंचना आसान नहीं हो पा रहे हैं. वहीं, प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं.
एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बादल फटने की घटना का पता चलते ही रात को ही डीसी मंडी अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव दल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे. रात को ही सारी सड़कें खुलवाकर मौके तक पहुंचने का प्रयास किया गया, लेकिन रास्ते पूरी तरह से टूट जाने के कारण मौके पर नहीं पहुंच पाए. सुबह सारी टीमें पैदल चलकर मौके पर पहुंची और वहां पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. डीसी मंडी अपूर्व देवगन खुद मौके पर सारी स्थिति का जायजा ले रहे हैं. एयरफोर्स की टीम को स्टेंडबाई रखा गया था, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की जरूरत महसूस नहीं हुई है.'
कुल्लू में भी भारी तबाही
श्रीखंड महादेव यात्रा के रास्ते में बीती रात के समय बादल फटने की घटना सामने आई है. बीती रात करीब एक बजे कुल्लू में निरमंड के जाओं गांव में बादल फटने से कुर्पन खड्ड में फ्लैश फ्लड आ गया और खड्ड का जलस्तर बढ़ गया, जिससे श्रीखंड महादेव यात्रा का पहला पड़ाव सिंहगाड बेस कैंप बह गया दर्जनों दुकानें चपेट में आई हैं. तहसीलदार निरमंड जय गोपाल शर्मा ने बताया कि, '7 से 10 लोगों के लापता होने की सूचना है. जिसमें एक परिवार के 5 लोगों और एक बुजुर्ग महिला, दो नेपाली मूल के लोग लापता हैं.' फ्लड के कारण निरमंड के बागीपुल में बस स्टेंड, पुल, करीब 10 मकान और 20 गाड़ियां बाढ़ में बह गई हैं, जबकि केदस और ढरोपा तक जगह-जगह पुल बहने से लोगों के आवागमन का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. पुलिस और प्रशासन की टीम भी बागी पुल के लिए रवाना हो गई हैं और इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही हैं, ताकि प्रभावित लोगों के लिए राहत बचाव कार्य किया जा सके. डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने बताया कि, 'बीती रात हुई बारिश से पार्वती और ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है. ऐसे में लोग नदी नालों का रुख बिल्कुल भी न करें.'
मलाणा में फटा बादल
वहीं, कुल्लू जिला की मणिकर्ण घाटी में मलाणा में बीती रात को बादल फटने से मलाणा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे पार्वती नदी में बाढ़ आ गई है और शाट सब्जी मंडी का भवन भी बाढ़ की चपेट में आ गया है. इसके अलावा जिया और आसपास के ग्रामीण इलाकों को भी खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को वहां से हटाना शुरू कर दिया है. इसके अलावा मनाली के पलचान में भी ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते कई जगह पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
पंडोह बाजार में घुसने लगा ब्यास का पानी
मंडी जिले के पंडोह बाजार में एक बार फिर ब्यास नदी का पानी घुसने लगा है. लोगों ने अपने अपना सामान निकालकर घरों को खाली करना शुरू कर दिया है. बीते साल भी साल पंडोह बाजार पूरी तरह से जलमग्न हो गया था. बीबीएमबी प्रबंधन हूटर बजाकर और अनांउसमेंट कर लोगों को लगातार सचेत कर रहा है. पंडोह डैम से भी काफी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, इससे निचलने इलाके भी खतरे की चपेट में आ सकते हैं.