EOW को मिली सौम्या चौरसिया और रानू साहू की रिमांड, कोल घोटाले में बड़े खुलासे की उम्मीद - Chhattisgarh coal scam case
कोयला घोटाला केस में सौम्या चौरसिया और रानू साहू पर जांच टीम की शिकंजा कसता जा रहा है. स्पेशल कोर्ट ने आज दोनों को पांच दिन की रिमांड पर EOW को सौंप दिया. EOW की टीम ने दोनों से पूछताछ के लिए 15 दिनों की रिमांड मांगी थी. कोर्ट ने 15 दिन की जगह चार दिनों की पूछताछ के लिए रिमांड पर दिया है.
सौम्या चौरसिया और रानू साहू की रिमांड (ETV Bharat)
सौम्या चौरसिया और रानू साहू की रिमांड (ETV Bharat)
रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए कथित कोयला घोटाला केस से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. गुरुवार को स्पेशल कोर्ट ने सौम्या चौरसिया और रानू साहू को चार दिनों की रिमांड पर EOW को सौंप दिया है. कोर्ट ने EOW ने सौम्या चौरसिया और रानू साहू से पूछताछ के लिए 15 दिनों की रिमांड मांगी थी. सुनवाई के दौरान स्पेशल कोर्ट ने EOW को दोनों से पूछताछ के लिए महज चार दिनों का वक्त दिया. सौम्या चौरसिया और रानू साहू कोर्ट के दिए गए आदेश के मुताबिक 27 मई तक EOW की रिमांड पर रहेंगे. रिमांड अवधि के दौरान जांच कर रही EOW की टीम उनसे कथित कोल स्कैम को लेकर पूछताछ करेगी.
"मार्च 2024 में ईओडब्ल्यू ने सूचना के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी. कोयला स्कैम काफी मात्रा में हुआ था. प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा कुछ जानकारी और अहम दस्तावेज भी उपलब्ध कराए गए थे, जिसके आधार पर प्रारंभिक जांच की गई. कोयला घोटाला मामले में सौम्या चौरसिया सूर्यकांत तिवारी और अन्य माइनिंग के अधिकारी शिव शंकर नाग जैसे अन्य लोग मिलकर इस घोटाले को अंजाम दे रहे थे. रानू साहू तत्कालीन कलेक्टर थी. जो प्रतिटन कोयले में 25 रुपये लेवी लगाकर उगाही किया करती थी. इसके साथ ही संदीप नायक समीर बिश्नोई जैसे लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया करते थे. प्रमाण और पुख्ता जानकारी के आधार पर ऐसे में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 420 120 बी का मामला दर्ज किया गया." - सौरभ कुमार पांडेय, वकील, प्रवर्तन निदेशालय
पूर्व में भी कोर्ट पूछताछ की दे चुकी है अनुमति: इससे पहले भी स्पेशल कोर्ट ने 5 दिन और फिर तीन दिन के लिए पूछताछ की अनुमति दे चुकी थी. Eow की टीम ने रायपुर सेंट्रल जेल में 29 मार्च से लेकर 2 अप्रैल तक उसके बाद 4 अप्रैल से लेकर 7 अप्रैल तक पूछताछ की थी. इसी मामले में जेल में बंद निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, शिव शंकर नाग और सूर्यकांत तिवारी से पूछताछ हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले मामले में ईडी की रिपोर्ट पर ईओडब्ल्यू और ईसीबी ने दो पूर्व मंत्रियों औऱ विधायक सहित 36 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है. जिसके बाद से ईओडब्ल्यू और एसीबी ने जांच भी शुरू कर दी है.
सौम्या चौरसिया और रानू साहू को रिमांड पर भेजा: कथित कोल स्कैम केस की जांच के लिए EOW का शिकंजा लगातार सौम्या चौरसिया और रानू साहू पर कसता जा रहा है. ईओडब्ल्यू की टीम ने कोर्ट में दलील दी कि उनको मामले की जांच और पूछताछ के लिए दोनों की 15 दिनों की रिमांड चाहिए. कोर्ट ने सिर्फ 4 दिन की रिमांड पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू की टीम को दी है. कोर्ट के आदेश के बाद अब सौम्या चौरसिया और रानू साहू 27 मई तक EOW की रिमांड पर रहेंगी.
लोकसभा चुनाव कोल स्कैम था बड़ा मुद्दा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 में कथित कोल स्कैम का मामला तेजी से उछला था. प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने इसे जोर शोर से उठाया था. कांग्रेस पर बीजेपी ने आरोप लगाया था कि अफसरों की मिली भगत से उस वक्त की कांग्रेस सरकार ने कोल स्कैम कर बड़ा घोटाला किया.