नई दिल्ली: भारत में आज लाखों लोग अपने लिए दो वक्त की खाने तक का इंतजाम नहीं कर पाते. ऐसे लोगों को भारत सरकार की ओर से सहायता दी जाती है. सरकार नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत इन लोगों को कम कीमत पर राशन प्रोवाइड करवाती है. इसके लिए उन्हें राशन कार्ड की जरूरत है. भारत के शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में रहने वाले लोगों को राशन कार्ड दिया जाता है.
सरकार पात्र लोगों को राशन कार्ड जारी करती है, जिसके बाद ये लोग अपने इलाके की सरकारी राशन की दुकान से सस्ता और मुफ्त राशन ले सकते हैं. राशन कार्ड के जरिए लोग सरकारी राशन से गेहूं, चावल जैसी जरूरत की चीजें खरीद सकते हैं.
हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि लोगों के नाम राशन कार्ड से कट जाते हैं या उनके परिवार के सदस्यों के नाम कट जाते हैं. ऐसे में अगर आपका नाम भी राशन कार्ड से कट गया है तो परेशान होनी की जरूरत नहीं हैं, बल्कि आप राशन कार्ड में दोबारा अपना नाम जुड़ावा सकते हैं. सरकार सभी लोगों को राशन कार्ड जारी नहीं करती है. सरकार ने इसके लिए कुछ स्टैंडर्ड तय किए हैं. इनको पूरा करने वाले लोगों को ही राशन कार्ड जारी किया जाता है.