श्रीनगर:केंद्र सरकार ने 2025-26 के बजट में जम्मू-कश्मीर को 41,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इसमें से अधिकांश धनराशि वित्तीय घाटे को पूरा करने के लिए केंद्रीय सहायता के रूप में है. बजट दस्तावेज में कहा गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने केंद्र शासित प्रदेश के लिए अत्यंत आवश्यक शासन और विकास के लिए 40,619.30 करोड़ रुपये की बड़ी किश्त का प्रस्ताव रखा है.
इससे पता चलता है कि निर्वाचित सरकार द्वारा क्षेत्र के लिए अगले वित्तीय वर्ष में केंद्रीय आवंटन में वृद्धि की मांग के बावजूद सहायता में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी. अपनी ओर से, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश के बजट में संसाधन अंतर को पाटने के लिए 6000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त केंद्रीय सहायता की वकालत की थी.
अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का खजाना खाली है और उन्हें केंद्र सरकार से उसी तरह के सहयोग की उम्मीद है, जैसे पिछले पांच वर्षों से उपराज्यपाल प्रशासन को मिल रहा है. इसके अलावा, अगले वित्त वर्ष के लिए आपदा प्रतिक्रिया हेतु 279 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जो प्राकृतिक आपदाओं, विशेषकर जलवायु परिवर्तन के कारण, से प्रभावित क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण प्रावधान है.