पटना: बिहार के पटना सिटी में शुक्रवार को बापू सभागार में बीपीएससीकी परीक्षा देने के लिये देश के कई राज्यों से परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, लेकिन परीक्षा संस्थान प्रबंधन की लापरवाही के कारण परीक्षा पत्र काफी लेट से मिला. परीक्षा पत्र मिलने में देर होने पर छात्रों ने इसका विरोध किया.
डीएम ने बीपीएससी अभ्यर्थी को जड़ा थप्पड़: पटना के कुम्हरार बापू परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों ने विरोध किया और परीक्षा पत्र, उत्तर पुस्तिका लेकर बाहर निकल गये, जहां बीपीएससी आयोग और परीक्षा संस्थान के मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर हंगामा करने लगे. वहीं छात्रो ने प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए. इसी बीच अभ्यर्थियों को समझाने मौके पर पहुंचे डीएम ने हंगामा कर रहे अभ्यर्थी को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद अभ्यर्थियों का हंगामा और उग्र हो गया.
'सील खुला देख भड़के अभ्यर्थी'- DM:पत्रकारों से बात करते हुए पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि बापू परीक्षा केंद्र पर लगभग 12000 बच्चों की परीक्षा पड़ी थी. एक परीक्षा हॉल में 273 बच्चों की बैठने का प्रबंध था. ऐसे में एक परीक्षा हॉल में प्रश्न पत्र की पेटी में 288 प्रश्न पहुंचने चाहिए थे, लेकिन जो प्रश्न पत्र पहुंचा उसमें 192 प्रश्न पत्र ही थे. ऐसे में दूसरे परीक्षा हॉल से प्रश्न पत्र लेना पड़ा. अभ्यर्थियों की नाराजगी सील बंद लिफाफे में प्रश्न पत्र नहीं आने को लेकर थी.
"केंद्रीय सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि सील बंद लिफाफा परीक्षा केंद्र पर ही खुला है और दूसरे क्लास रूम में खोलकर उनके कमरे में लाया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि पेटी में 192 प्रश्न पत्र ही थे जबकि क्लासरूम में बच्चों के बैठने की क्षमता अधिक थी. कई अभ्यर्थी मान गए लेकिन इसे ही समझाने में थोड़ा समय लगा. सेंटर सुपरिटेंडेंट ने कहा कि अभ्यर्थियों को 15 -20 मिनट का जो अतिरिक्त समय गया है वह अलग से दिया जाएगा."- डॉ चंद्रशेखर सिंह,पटना डीएम
'क्लास रूम में ही खोली गई थी सील': डीएम ने आगे कहा कि लगभग डेढ़ सौ परीक्षार्थी नहीं माने और ओएमआर शीट प्रश्न पत्र लेकर परीक्षा हॉल से बाहर निकल गए और हंगामा करने लगे, बाकी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिया है, सिर्फ लगभग डेढ़ सौ छात्रों ने ही हंगामा किया है. जबकि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है. प्रश्न पत्र की पेटी क्लासरूम में ही खोली गई है. यह जरूर हुआ कि प्रश्न कम होने पर दूसरी पेटी जो क्लास रूम में खुली उसके बाकी प्रश्न को दूसरे क्लास रूम में भी बांटा गया.
'प्रश्न पत्र लेट वितरित करने के कारण हंगामा': वहीं अभ्यर्थियों ने कहा कि सेंटर सुपरिडटेंडेंट इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदारी हैं. अगर प्रश्न पत्र लेट आया तो उनको छात्रों को समझाना चाहिए था. उनको बताना चाहिए था कि प्रश्न पत्र क्यों लेट दिया जा रहा है. उनको कहना चाहिए था कि हम आपको अतिरिक्त समय देंगे.