संदेशखाली पीड़िताओं की आवाज उठाने वाली महिला को मिला बीजेपी से टिकट, विरोध भी शुरू - Basirhat LS seat BJP candidate
Basirhat LS seat BJP candidate : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में पीड़िताओं की आवाज उठाने वाली महिला को भाजपा ने बशीरहाट से चुनाव मैदान में उतारा है. हालांकि कुछ स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया है. भाजपा इसे टीएमसी का काम बता रही है, वहीं टीएमसी अंदरूनी कलह को कारण बता रही है.
बशीरहाट (पश्चिम बंगाल): भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा सीट के लिए एक दिन पहले अपने उम्मीदवार के रूप में रेखा पात्रा के नाम की घोषणा की है. हालांकि एक समय अशांत रहे संदेशखाली क्षेत्र के निवासियों के एक बड़े वर्ग ने इसका विरोध किया है.
कई महिलाएं भाजपा की पसंद का विरोध करते हुए पोस्टरों के साथ सुंदरबन के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करने वाले द्वीप की सड़कों पर कतारबद्ध थीं. महिलाओं ने 'रेखा पात्रा हमारी उम्मीदवार नहीं हैं' या 'हम रेखा पात्रा को अपने उम्मीदवार के रूप में नहीं चाहते' लिखे पोस्टरों के साथ नारे भी लगाए और मांग की कि भाजपा तुरंत बशीरहाट सीट से अपना उम्मीदवार बदल दे.
हालांकि उत्तर 24 परगना जिले के स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने रेखा की उम्मीदवारी का विरोध करने के लिए सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस को दोषी ठहराया है. वहीं, तृणमूल ने निवासियों के एक वर्ग द्वारा रेखा को अस्वीकार करने के पीछे भगवा पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह को जिम्मेदार ठहराया है.
पीएम मोदी से मिलने गई थीं :संयोग से, रेखा पात्रा संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेताओं द्वारा कथित शारीरिक धमकी, दुर्व्यवहार और यातना के खिलाफ आवाज उठाने वाले पहले व्यक्तियों में से एक थीं और उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने संदेशखाली के मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के दो करीबी सहयोगियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार को गिरफ्तार किया था. रेखा उन मुट्ठी भर महिलाओं में शामिल थीं, जो इस महीने की शुरुआत में भाजपा महिला मोर्चा की रैली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए बारासात गई थीं.
भाजपा ने कल पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों के लिए 19 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी और आश्चर्य की बात यह थी कि बशीरहाट से गृहिणी रेखा पात्रा को उम्मीदवार बनाया गया. तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही मौजूदा तृणमूल सांसद नुसरत जहां को हटाकर हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है, जिन्होंने 2019 में भाजपा उम्मीदवार सायंतन बसु के खिलाफ लगभग 3,50,000 वोटों से सीट जीती थी.
प्रदर्शनकारियों ने आज कहा कि रेखा के पास पर्याप्त शैक्षणिक योग्यता नहीं है और वह उम्मीदवार के रूप में उचित विकल्प नहीं हैं. उन्होंने मांग की कि बीजेपी तुरंत उम्मीदवार बदले. कुछ प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि रेखा अभी तक औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल नहीं हुई हैं. भाजपा के राज्य नेतृत्व ने अभी तक पार्टी की बशीरहाट उम्मीदवार को लेकर संदेशखाली में हंगामे पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.