नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अंदरखाने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों को लेकर चुनाव के शुरुआती दौर में कुछ आशंकित जरूर थी और यही वजह है कि उसने यहां उम्मीदवारों की घोषणा भी सभी पार्टियों से पहले ही कर दी थी. मगर जैसे-जैसे प्रचार अभियान बढ़ता गया, पार्टी ने भ्रष्टाचार और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के मुद्दे पर अभियान में बढ़त जरूर ले ली. हालांकि केजरीवाल अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद से ही लगातार सहानुभूति हासिल करने की कोशीश भी कर रहे हैं. मगर मुख्यमंत्री के आवास पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के मामले ने आम आदमी पार्टी को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है. भाजपा इस मुद्दे को लेकर सीएम केजरीवाल से तीखे सवाल कर रही है और जांच की मांग कर रही.
इस घटना के बाद से भाजपा मुख्यालय से हरेक दिन पार्टी के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री केजरीवाल से सवाल पूछ रहे हैं. यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू के दौरान इस मुद्दे को उठाया. गृह मंत्री शाह ने केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत पर भी सवाल उठाया है. ऐसे में पार्टी दिल्ली में वोटिंग होने तक महिला सुरक्षा का मामला उठा सकती है, क्योंकि दिल्ली देश की राजधानी है और बाकी शहरों के मुकाबले यहां शिक्षित मतदाताओं और जागरूक महिलाओं की भी एक बड़ी आबादी है, जिसपर इस तरह की घटनाओं का खासा असर पड़ता है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि स्वाति मालीवाल की घटना के 31 घंटे बाद आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने यह माना कि मालीवाल के साथ सीएम आवास पर मारपीट की गई और केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने इस घटना को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि संजय सिंह ने ये भी माना कि स्वाति मालीवाल ने पीसीआर नंबर 112 पर फोन कर मामले की शिकायत भी की थी.