बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के वंडर ब्वॉय अरमान उभरानी ने भारत की राष्ट्रपति अवॉर्ड पाकर बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. 12 मिनट 28 सेकेंड के वक्त में 100 अलग-अलग संख्याओं का सही उत्तर बताने में माहिर अरमान ने पांच साल की चोटी उम्र में तीन किताबें लिखी हैं. इस कारनामे को करने वाले अरमान का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में भी दर्ज है. अरमान की इसी विलक्षण प्रतिभा को देखते हुए उसका नाम प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है. अरमान के पिता बिजनेसमैन हैं. घरवालों के मुताबिक बचपन से ही अरमान होनहार है. बच्चों की मैथ्स की किताब छोड़ वो बड़ों के मैथ्स बनाकर उसे मिनटों में हल कर देता था.
एक महीने में लिखी तीन किताबें :अरमान उभरानी बिलासपुर के धानमंडी तोरवा इलाके में रहने वाले बिजनेसमैन का एकलौते चिराग हैं. अरमान को उनकी लिखी तीन किताबों की वजह से राष्ट्रपति ने अवॉर्ड से सम्मानित किया है. अरमान ने 18 पेज की बुक पिंक डॉल्फिन को पूरा करने के बाद प्लेनेक्स और माई कॉन्टिनेंट एशिया लिखी है. 5 साल के अरमान ने करीब एक महीने में 3 किताबें लिखी थी. तीनों किताब अमेजन बुक में उपलब्ध हैं.
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए हुआ चयन :अरमान की मां सायना उभरानी ने बताया कि उनके बच्चे की लिखी किताब गूगल बुक्स, के साथ कोबो बुक्स, गुड्स बुक्स जैसे कई प्लेटफार्म में उपलब्ध हो रही है. अरमान को 22 जनवरी, 2024 को विज्ञान भवन में आयोजित एक औपचारिक समारोह में भारत के राष्ट्रपति ने दिया है. राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 के लिए इस बार देशभर से 19 बच्चों का चयन किया गया है. जिसमें बिलासपुर के अरमान उभरानी भी शामिल थे. जिन बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है. वो बच्चे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के परेड में भी शामिल होंगे.