केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Video Credit: SANSAD TV) पटना: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का केंद्रीय बजट 2024-25 पेश कर रही हैं. इस बजट से बिहार को विशेष पैकेज की उम्मीदें जगी हैं. इसके पीछे का कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आरा की धरती में 2015 में दिया गया वो भाषण है जिसमें उन्होंने कहा था कि 'मैं आरा की धरती से बिहार को एक लाख 25 हजार करोड़ देने का ऐलान करता हूं'
बिहार पर मेहरबान केंद्र सरकार: बता दें कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने की इस बार काफी उम्मीद थी. खुद सीएम नीतीश कुमार कई बार इस मुद्दे को उठा चुके थे, लेकिन केंद्र सरकार ने बरसों पुरानी इस मांग को एक बार फिर से ठुकरा दिया है. ऐसे में बिहार को मायूसी हुई है, लेकिन विशेष पैकेज की उम्मीद जरूर थी. वहीं पीएम मोदी ने अपने एक पुराने भाषण की कही बातों को आज पूरा कर दिया है.
नीतीश कुमार पीएम मोदी (Photo Credit: ETV Bharat) क्या कहा था पीएम नरेंद्र मोदी ने?: दरअसल साल 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी ने आरा की धरती कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बिहार को एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि, मैं यहां अपना वादा पूरा करने आया हूं.
बिहार को 58, 900 करोड़ का ऐलान : ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने अपना वादा पूरा किया और बजट 2024 में निर्मला सीतारमण ने बिहार को 58 हजार 900 करोड़ देने का ऐलान किया. इनमें कई सड़क परियोजनाओं के लिए 26,000 करोड़, भागलपुर के पीरपैंती में 21,400 करोड़ की लागत से 2400 मेगावाट का पावर प्लांट और बिहार को बाढ़ से निपटने के लिए 11,500 करोड़ देने का ऐलान किया.
"21,400 करोड़ रुपये की लागत से बिहार के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र स्थापित करने सहित बिजली परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. बिहार में नए हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज और खेल बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा. बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाहरी सहायता के लिए बिहार सरकार के अनुरोधों पर शीघ्रता से काम किया जाएगा.'' - निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए 11,500 करोड़ रुपये: बजट में बिहार के बाढ़ की समस्या पर भी फोकस किया गया है. वित्तमंत्री ने कहा कि बिहार की बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए बजट आवंटित किया गया है. कोसी संक्षेत्र में बाढ़ से निपटने के लिए सर्वे और इन्वेस्टिगेशन कराया जाएगा. वहीं 11,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से बाढ़ नियंत्रण संरचना बनाने की योजना लाई जाएगी.
बजट में बिहार को क्या मिला (Photo Credit: ETV Bharat) बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे को मंजूरी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बक्सर में गंगा नदी पर दो लेन वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने में भी मदद होगी. बिहार में 21 हजार 400 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. इसमें पिरपैंती में 2400 मेगावाट के एक नए संयंत्र की स्थापना भी शामिल है.
बिहार को 4 नए एक्सप्रेस वे का तोहफा:बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा तो नहीं मिला, लेकिन बिहार में 4 नए एक्सप्रेस वे बनेंगे. पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे,बक्सर-भागलपुर के लिए एक्सप्रेसवे और वैशाली-बोधगया एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा. ऐसे में अच्छी सड़कें जरूर मिलने की उम्मीद है. पहली बार 4 एक्सप्रेस-वे बनने की खबर से सभी के चेहरे खिल उठे हैं. इसकी कुल लंबाई 1900 किलोमीटर होगी और 20 जिलों के लोगों को इसका सीधा फायदा होगा.
बिजली परियोजनाओं की होगी शुरुआत: इससे पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे का विकास होगा. बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोजनाओं का भी विकास होगा. वहीं 21,400 करोड़ रुपये की लागत से बिहार के भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट का नया बिजली संयंत्र स्थापित करने सहित बिजली परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.
एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेजों की सौगात:निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि बिहार में नए एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेजों और खेलकूद की अवसंरचना का भी निर्माण होगा. पूंजीगत निवेशों में सहायता के लिए अतिरिक्त आवंटन उपलब्ध कराया जाएगा. बिहार सरकार के बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के अनुरोध पर तेजी से कार्रवाई होगी.
20000 करोड़ रुपए होंगे खर्च: भागलपुर के पीरपैंती में कोल इंडिया के सहयोग से 2400 मेगावाट का ताप विद्युत केंद्र बनेगा. इस प्रोजेक्ट पर 20000 करोड़ रुपए खर्च होंगे. बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने इस बारे में कोयला मंत्रालय को पत्र लिखकर प्रोजेक्ट को अनुमोदित किया था. पीरपैंती में पावर प्लांट स्थापित किये जाने के पीछे इससे सटे बंगाल में कई कोयला खदान होना बताया जा रहा है. इससे थर्मल पावर को चलाने में कम दूरी से आसानी से कोयला मिल जायेगी.