"छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ यह लड़ाई एक निर्णायक मोड़ पर है": सुंदरराज पी - Chhattisgarh Naxal Encounter
छत्तीसगढ़ के कांकेर में 16 अप्रैल को सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया है. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के नक्सलियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने प्रेस कांफ्रेस में कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ यह लड़ाई एक निर्णायक मोड़ पर है.
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटेबेठिया एनकाउंटर में 29 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. इस संबंध में बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने प्रेस कांफ्रेस कर जानकारी दी है. उन्होंने माओवादियों के डेड बॉडी रिकवरी के नजरिए से इस मुठभेड़ को छत्तीसगढ़ के एंटी नक्सल ऑपरेशन में सबसे बड़ा बताया. उन्होंने माओवादियों के खिलाफ मिली बढ़त को बनाए रखने की बात कही है.
"सुरक्षाबलों ने तालमेल के साथ नक्सलियों को जवाब दिया":बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने बताया, "16 अप्रैल को कांकेर जिले के छोटेबेठिया क्षेत्र में प्रतिबंधित माओवादी संगठन के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. जिसके बाद डीआरजी टीम और बीएसएफ की एक संयुक्त टीम रवाना की गई थी. सुबह से इलाके में जवान सर्चिंग कर रहे थे. अभियान के दौरान दोपहर 2 बजे से लगातार 4 घंटे तक सुरक्षबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों की अलग अलग टुकड़ियों ने बेहतर तालमेल के साथ नक्सलियों को जवाब दिया."
"मुठभेड़ के बाद कुल 29 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे. उनमें से 15 महिला नक्सली और 14 पुरुष नक्सलियों के शव रिकवर किए गए थे. अभी सभी शवों की शिनाख्ती की जा रही है. इनमें 2 बड़े नक्सलियों डीवीसी शंकर और डीवीसी ललिता का पहचान हुई है. बाकी शवों के शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है." - सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर रेंज
"नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर":बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने कहा, "पिछले तीन चार महीने से बस्तर संभाग के अंतर्गत लगभग सभी जिलों में प्रभावी रूप से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. जिसके परिणामस्वरूप 2024 में अब तक कुल 71 माओवादियों के शव रिकवर किए गए हैं. पिछले हमलों और ऑपरेशन के अनुभवों से सीखर हम आगे कार्रवाई कर रहे है."
"नक्सलियों के खिलाफ यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है. आगे हमारा प्रयास रहेगा कि जो बढ़त हमको हासिल हुई है, उसे सावधानी पूर्वक बरकरार रखें. ताकि नक्सलियों का असली चेहरा, विकास विरोधी, जन विरोधी चेहरा लोगों के सामने आए. लोग नक्सलियों से मुक्ति पाने के इंतेजार में हैं." - सुंदरराज पी, आईजी, बस्तर रेंज
"पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हथियार बरामद हुई":बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने बताया, "घटनास्थल से एके-47, एसएलआर, 2 इंसास, एलएमजी, एक कार्बाइन,9 एमएम पिस्टल और भारी मात्रा में अन्य गोला बारूद और वेपन्स 30 से अधिक संख्या में रिकवर किए गए. पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हथियारों की बरामदगी भी कल के मुठभेड़ में हुई है. इन हथियारों के बारे में पतासाजी की जा रही है कि कौन कौन से घटनाक्रम में इन हथियारों को सुरक्षाबलों से लूटा गया था."
नक्सलियों के शवों का पोस्टमार्टम जारी: छत्तीसगढ़ के कांकेर में 17 अप्रैल को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के शवों का पोस्टमार्टम करने की तैयारी चल रही है. 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के कांकेर में हुई मुठभेड़ में कुल 29 नक्सली मारे गए थे और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे.
"बरामद सभी शवों को अस्पताल लाया गया है. नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. कुछ शवों की पहचान होनी बाकी है. प्रशासन की टीम मौजूद है और कार्यपालक मजिस्ट्रेट भी यहां हैं और एफएसएल की टीम भी यहां है." - मनीषा ठाकुर, एएसपी, कांकेर
"हम देश से नक्सलवाद उखाड़ फेंकेंगे":कांकेर मुठभेड़ पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ''कल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली. जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं, तब से बीजेपी सरकार ने नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ लगातार अभियान चलाया है. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी और उस अभियान को और गति मिली. 2014 से हमने कैंप लगाना शुरू किया."
"2019 के बाद सरकार बनने के बाद लगभग 3 महीने की अवधि में कम से कम 250 कैंप लगाए जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ में 80 नक्सली मारे गये हैं, 125 से ज्यादा गिरफ्तार किये गये हैं और 150 से ज्यादा नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि यह आगे भी जारी रहेगा और बहुत कम समय में मोदी जी के नेतृत्व में हम देश से नक्सलवाद उखाड़ फेंकेंगे." - अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
26 अप्रैल को कांकेर में होगा मतदान: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के अंतर्गत 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा क्षेत्र में वोट डाले जाएंगे. बस्तर के सभी जिलों में सुरक्षा टाइट है. चप्पे चप्पे पर फोर्स की तैनाती है. हालांकि, कांकेर में 26 अप्रैल को मतदान होगा. लेकिन उसके पहले मंगलवार को कांकेर में सुरक्षाबलों ने नक्सल मोर्चे पर बड़ा प्रहार कर दिया है.