मुंबई: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात को हुई चौंकाने वाली हत्या ने महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को हिलाकर रख दिया है. यह घटना राज्य में ऐसे समय में हुई है जब विधानसभा चुनाव नजदीक है. इस हत्या के बाद कई दलों के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. सभी ने इस घटना की निंदा की है.
मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या से उनके वर्तमान और पूर्व राजनीतिक सहयोगियों में गुस्सा और नाराजगी का माहौल है. विपक्ष ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. कई नेताओं ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस्तीफे की मांग की क्योंकि वह राज्य के गृह मंत्री भी हैं. इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हत्या को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, 'जो हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. सरकार को इस घटना के पीछे के साजिशकर्ताओं को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए. यह महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था की स्थिति का उदाहरण है.'
छगन भुजबल ने कहा कि ये दुखद घटना है
महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा, 'यह दुखद है. पिछले 10 दिनों में एक तालुका प्रमुख और एक एनसीपी नेता की हत्या हो चुकी है. पुलिस को धमकियों के बारे में पता था और उन्हें वाई सुरक्षा प्रदान की गई थी. पुलिस का कर्तव्य केवल सुरक्षा देना ही नहीं है, बल्कि यह भी जांच करना है कि धमकियां कहां से आ रही हैं और ये धमकियां देने वाले कौन हैं. पुलिस को जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. इसमें कोई राजनीतिक पहलू नहीं है, मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है. मुझे नहीं पता कि कोई व्यक्तिगत कारण है या नहीं, पुलिस को इसकी जांच करनी है.'
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, 'गोली चलाने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस जांच कर रही है लेकिन आज मुंबई में सार्वजनिक जगहों पर ऐसे गुंडे और अपराधी आकर गोलीबारी कर रहे हैं. अगर सत्ताधारी पार्टी के नेता की गोली मारकर हत्या की जा सकती है तो मुंबई में आम लोगों की सुरक्षा एक बड़ा सवाल बन गया है.
शिंदे ने लीलावती अस्पताल का दौरा किया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार देर रात एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के परिवार से मिलने के लिए मुंबई के लीलावती अस्पताल का दौरा किया. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ, केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास अठावले और अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार भी लीलावती अस्पताल गए. इससे पहले, मारे गए एनसीपी नेता के बेटे जीशान सिद्दीकी अस्पताल में मौजूद थे.
अठावले ने एएनआई से कहा, 'बाबा सिद्दीकी की हत्या की उचित जांच होनी चाहिए. मैं अभी अस्पताल से आया हूं और उनके परिवार से मिला हूं. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.'
एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता प्रमोद हिंदूराव ने कहा, 'हमें ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ना होगा जो इस तरह के अपराध करते हैं. पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है.' इससे पहले शनिवार शाम को सीएम शिंदे ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद कानून को अपने हाथ में लेने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिया.
बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रहे सिद्दीकी इस साल फरवरी में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अजीत पवार की एनसीपी में शामिल हो गए थे. शनिवार शाम को मुंबई में अज्ञात हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी.
ओवैसी दुखद जताया
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी इस घटना पर गहरा दुख जताया. उन्होंने एक्स पर कहा,'एक ही दिन में दो मौतों की खबर वाकई बहुत दुखद है. बाबा सिद्दीकी की हत्या बेहद निंदनीय है. यह महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है. अल्लाह उन्हें मगफिरत अता करे. उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'