अयोध्या :मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर राम मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए रामलला के दर्शन के समय में बदलाव करने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा मौनी अमावस्या से लेकर बसंत पंचमी तक वीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी. श्रद्धालुओं के लिए दर्शन लेन की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. फास्ट टैग लाइन भी तैयार की जाएगी. शहर में जगह-जगह साइन बोर्ड लगाकर सामानों को मंदिर परिसर से दूर रखकर आने की अपील भी की जाएगी.
29 जनवरी को मौनी अमावस्या है. इस दौरान प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले में काफी भीड़ जुटेगी. इसी कड़ी में 2 फरवरी को बसंत पचंमी मनाई जानी है. ऐसे में अनुमान है कि महाकुंभ आने वाले काफी भक्त अयोध्या भी आएंगे. राम नगरी में पहले से ही काफी भीड़ चल रही है, इसे लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.
मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे. ऐसे में यहां के इंतजामों को व्यवस्थित रखना आवश्यक है. आकलन करने का प्रयास किया गया है कि मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर कितनी संख्या में लोग राम नगरी पहुंच सकते हैं, जिससे सुगमता के साथ उन्हें रामलला के दर्शन कराए जा सकें.
मंडलायुक्त ने कहा कि राम मंदिर के अंदर सीमित क्षमता है, ऐसे में लोगों को एक साथ दर्शन मिल पाना संभव नहीं है. परिसर में कैपिसिटी बढ़ाने के लिए कुछ एडिशनल लेन बनाए जाने हैं. इसके साथ ही सुगम दर्शन और विशिष्ट दर्शन के पास को स्थगित किया जाएगा. जिससे आम जनता ज्यादा से ज्यादा संख्या में दर्शन कर सकें, आम दर्शन सुबह 6.30 से रात 9.30 तक होते हैं, इस समय को बढ़ाया जाएगा. आम दिनों में करीब 3 से 4 लाख लोग रोजाना रामलला के दर्शन करते हैं. खास दिनों में यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है.
मंडलायुक्त ने बताया कि शहर में भीड़ को नियंत्रित करने के इंतजाम किए जा रहे हैं. जितने भी श्रद्धालुओं के रुकने के स्थान हैं, वहां हम लोगों को प्रेरित करेंगे कि वो राम मंदिर में दर्शन करने से पहले अपना सारा सामान रखकर आएं. जितने भी प्वाइंट है, वहां भी लोगों को यह बताया जाएगा कि अपना सामान कार आदि जगहों पर रखकर आएं, जिससे जल्दी से दर्शन कर लौट सकें. विशेष तिथियों पर विशेष इंतजाम करने पड़ते हैं. इसे लेकर पूरे शहर में जगह-जगह साइन बोर्ड लगवाए जा रहे हैं.
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