लखनऊः अयोध्या में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को नया बस स्टेशन मिल गया है. इस बस स्टेशन पर अभी बड़ी जगह खाली पड़ी है. अब चूंकि अयोध्या में श्रद्धालुओं का आवागमन ज्यादा होगा और यहां पर ठहरने के लिए उन्हें होटल और कमरे चाहिए होंगे, ऐसे में अब परिवहन निगम अपनी खाली पड़ी जमीन पर होटल और कमरे बनाने का प्लान कर रहा है जिससे बस से अयोध्या पहुंचने वाले यात्री उचित कीमत पर यहां पर होटल और कमरे की सुविधा ले सकेंगे. यूपीएसआरटीसी पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशन को डेवलप करेगा जिसमें होटल होगा और कमरे भी. प्री बिड हो चुकी है जल्द ही किसी बड़े ग्रुप को यहां का टेंडर अलॉट किया जाएगा.
पर्यटन की दृष्टि से अयोध्या आने वाले दिनों में देश के कई बड़े शहरों को टक्कर देगा. पर्यटकों की संख्या प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा होगी. अब अयोध्या को पर्यटकों के मुताबिक ही डेवलप भी किया जा रहा है. एक तरफ यहां भारतीय रेलवे की तरफ से स्टेशन पर ही यात्रियों के लिए कम किराए वाले 300 से ज्यादा कमरे बनवाए गए हैं, वहीं अब परिवहन निगम भी यात्रियों और श्रद्धालुओं को बस स्टेशन आने पर कम कीमत में होटल और कमरे की सुविधा देने की योजना पर काम कर रहा है. परिवहन निगम की तरफ से अयोध्या धाम बस स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर डेवलप कराए जाने की तैयारी हो गई है. इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे. पीपीपी मॉडल पर बनने वाले इस बस स्टेशन की प्री बिड में बड़े ग्रुपों ने हिस्सा भी लिया है. इनमें रेडिएशन ग्रुप और ओमेक्स सिटी जैसे ग्रुप शामिल हैं. परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि कई और बड़े ग्रुपों ने भी दिलचस्पी दिखाई है. जल्द ही परिवहन निगम की शर्तों के अनुरूप जो ग्रुप मानकों पर खरा उतरेगा उसे यहां का टेंडर दिया जाएगा. फिर बस स्टेशन को डेवलप किया जाएगा.
करीब 33000 स्क्वायर मीटर जगह है खाली
परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि अयोध्या का नया बस स्टेशन बनने के बाद भी अभी करीब 33000 स्क्वायर मीटर जगह खाली है. इसी जगह पर पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशन को रीडेवलप करते हुए होटल और कमरे बनाए जाएंगे जिससे दूर दराज से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. उचित कीमत पर यहां पर उन्हें रुकने के लिए होटल में कमरे मिल जाएंगे.
बस स्टेशन की छत का होगा कॉमर्शियल इस्तेमाल
परिवहन निगम के बस स्टेशनों की छतों का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था. ऐसे में अपनी आय बढ़ाने के लिए परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने प्रदेश के ऐसे बस स्टेशन जो दुरुस्त हैं और उनकी छत का व्यावसायिक इस्तेमाल हो सकता है. इसका सर्वे कराया है. इस सर्वे में अयोध्या बस स्टेशन की छत का भी भविष्य में व्यावसायिक इस्तेमाल होना है. बस स्टेशन के ऊपर होटल बनाया जा सकता है. दुकान खोली जा सकती है. शोरूम खोले जा सकते हैं. अयोध्या बस स्टेशन पर श्रद्धालुओं को आने वाले दिनों में काफी सुविधाएं मिलने वाली हैं.
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बस स्टेशनों के विकास में एक नया अध्याय जोड़ा गया है. राज्य ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के जरिए यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. हाल ही में आयोजित टेंडर प्रक्रिया में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विकासकर्ताओं ने 18 में से 15 प्रमुख बस स्टेशनों के लिए अपनी निविदाएं प्रस्तुत कीं हैं. अयोध्या धाम, वाराणसी कैंट, जीरो रोड, प्रयागराज, कानपुर सेंट्रल (झकरकट्टी), गोरखपुर, आगरा ईदगाह,गढ़मुक्तेश्वर, सोहराबगेट, लखनऊ चारबाग, साहिबाबाद, अमौसी, मथुरा, रायबरेली, मिर्जापुर, अलीगढ़ (रसूलाबाद) के लिए निविदाएं प्राप्त हुई हैं. उन्होंने बताया कि इन बोलियों के तकनीकी मूल्यांकन के बाद लगभग 10 दिनों में वित्तीय बोलियां खोली जाएंगी.
यूपीएसआरटीसी के जनरल मैनेजर-पीपीपी यजुवेन्द्र कुमार ने बताया कि परिवहन निगम लगातार बेहतर कार्य कर रहा है. पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं. अयोध्या को भी पीपीपी मॉडल पर तैयार कराया जाएगा जिससे यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों को आने वाले दिनों में काफी सुविधा मिलेगी. परिवहन निगम अपनी खाली जमीन का तो इस्तेमाल करेगा ही बस स्टेशन की छतों का भी कॉमर्शियल इस्तेमाल करेगा.
प्राण प्रतिष्ठा के लिए लखनऊ में परिवहन निगम ने बनाया कंट्रोल रूम
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर भगवान राम की नगरी अयोध्या में होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई दिक्कत न हो इसके लिए कर्मचारी बस सेवाओं पर पूरी नजर रखेंगे और श्रद्धालुओं की जरूरत पर उन्हें पूरी जानकारी उपलब्ध कराएंगे. तीन दिन तक के लिए इस कंट्रोल रूम पर कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है. 20 जनवरी से आगामी 23 जनवरी तक के लिए मुख्यालय पर स्थित कमरा नंबर 20 कंट्रोल रूम में तब्दील कर दिया गया है.
मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्रशासन) राम सिंह वर्मा की तरफ से आदेश जारी किया है कि जिन कर्मचारियों की 24 घंटे तीन शिफ्ट में कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाई गई है वह किसी भी स्थिति में ड्यूटी में कोई लापरवाही न बरतें. तीन शिफ्ट में लगाई गई ड्यूटी में पहली शिफ्ट सुबह आठ बजे से लेकर दो बजे तक, दूसरी शिफ्ट दोपहर दो बजे से लेकर रात नौ बजे तक और तीसरी शिफ्ट रात नौ बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक की होगी. हर शिफ्ट में दो दो कर्मचारियों की तैनाती की गई है. तीनों शिफ्ट में मिलाकर रोजाना छह कर्मचारी तैनात रहेंगे. चार दिन के लिए कुल 24 कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की गई है. इनमें यातायात अधीक्षक से लेकर उपलेखक, अनुभाग अधिकारी और कंप्यूटर ऑपरेटर भी शामिल हैं.
मुख्यालय से अयोध्या रूट की सभी बसों की मॉनिटरिंग की जाएगी. जो भी श्रद्धालु अयोध्या बस से आवागमन करेंगे उन्हें किसी भी तरह की जरूरत पड़ती है तो सहायता के लिए कंट्रोल रूम में फोन कर सकते हैं. कंट्रोल रूम का नंबर 0522 2629914 है.