नई दिल्ली: राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार अरविंद केजरीवाल की ईडी हिरासत एक अप्रैल तक बढ़ा दी है. इससे पहले सुनवाई में ईडी की ओर से पेश वकील एएसजी एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और वे सीधे-सीधे जवाब नहीं दे रहे हैं. उन्हें कई लोगों से आमना-सामना कराना है. हमारे पास इस बात के दस्तावेज हैं कि हवाला के जरिए घूस के पैसों का इस्तेमाल गोवा चुनाव में किया गया. केजरीवाल जिस पैसे को बीजेपी को दिए जाने का आरोप लगा रहे हैं, उसका शराब घोटाले से कोई लेना देना नहीं है.
कोर्ट में पेशी से पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये राजनीतिक साजिश है, जनता इसका जवाब देगी. वहीं, सुनवाई के दौरान केजरीवाल ने खुद भी कोर्ट के सामने अपना बात रखी. उन्होंने कहा कि असली घोटाला तो ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ. ईडी के दो मकसद थे, एक आम आदमी पार्टी को खत्म करना और ऐसा स्मोक क्रिएट करना की आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचारी है. ईडी का दूसरा मकसद उगाही करना है. मामले में शरद रेड्डी ने गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को 55 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में दिए, जिसके बाद उसे जमानत मिल गई.
जबरन जेल में रखकर मेरे खिलाफ दिलाया बयानःउन्होंने कहा कि मुझे किसी भी अदालत ने दोषी नहीं पाया है, ईडी जितने जिन मुझे हिरासत में रखना चाहती है रखे. ईडी और सीबीआई ने हजारों पन्नों की रिपोर्ट लगाई. आप सभी कागजों को पढ़ेंगे तो आप भी सोचेंगे कि आखिर मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया. केवल चार जगह मेरा नाम आया है. क्या कुछ बयान एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं.
केजरीवाल ने कोर्ट में बताया कि मुझसे एक दिन जगन मोहन रेड्डी की पार्टी के सांसद मगुंटा श्रीनिवास रेड्डी मिलने आए. उन्होंने कहा मैं सांसद हूं. मुझे दिल्ली में अपने परिवार के नाम से एक ट्रस्ट बनाना है मुझे जमीन चाहिए. मैंने उनसे कहा कि यहां जमीन हमारे पास नहीं है, एलजी साहब के पास है. आप लेटर छोड़ जाइए मैं एलजी साहब को भेज दूंगा.
इसके बाद ईडी ने उनके बेटे राघव मगुंटा को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद दोनों के कई बार बयान लिए, लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ कोई बयान नहीं दिया. जब तक उन्होंने मेरे खिलाफ बयान नहीं दिया तब तक राघव मगुंटा को जेल में रखा गया. मेरे खिलाफ बयान मिलते ही राघव को जमानत भी मिल गई और उनको माफीनामा भी मिल गया.