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अमित शाह फेक वीडियो केस: कांग्रेस MLA जिग्नेश मेवानी का पीए और AAP कार्यकर्ता अरेस्ट, 16 लोगों को समन - Amit Shah edited video case - AMIT SHAH EDITED VIDEO CASE

Amit Shah edited video case: अमित शाह के फेक एडिटेड वीडियो को सोशल मीडिया पर कथित तौर शेयर किए जाने के मामले में अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार दोनों आरोपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं. इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने 7 से 8 राज्यों के 16 व्यक्तियों को समन जारी करके 1 मई को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 30, 2024, 2:59 PM IST

Updated : Apr 30, 2024, 3:47 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित के फेक एडिटेड वीडियो को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर शेयर किए जाने के मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बताए जा रहे हैं. पकड़े गए आरोपी सतीश वनसोला कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी के पीए हैं. वहीं एक आप कार्यकर्ता आरबी बारिया को भी गिरफ्तार किया गया है. वहीं दूसरी तरफ इस मामले में दिल्ली पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है और कई राज्यों में इस मामले की जांच की जा रही है. मामले ने सियासी पारा को हाई कर दिया है.

16 लोगों को समन जारी, 1 मई को होगी पूछताछ
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 'फेक एडिटेड' वीडियो शेयर किए जाने के संबंध में 7 से 8 राज्यों के 16 व्यक्तियों को समन जारी किया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक तलब किए गए लोगों में कांग्रेस के छह सदस्य शामिल हैं. जिन लोगों को समन जारी किया गया है उन्हें 1 मई को दिल्ली के द्वारका में आईएफएसओ यूनिट में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. कथित 'फर्जी' वीडियो में केंद्रीय गृह मंत्री को यह कहते सुना जा सकता है कि, बीजेपी देश में आरक्षण के खिलाफ है. वहीं बीजेपी ने इस वायरल क्लिप को फर्जी करार दिया है.

फेक एडिटेड वीडियो मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई, पुलिस ने बताया
इस मामले में, लवीना सिन्हा, डीसीपी, ज़ोन -1, अहमदाबाद का कहना है कि, 'केंद्रीय गृह मंत्री का एडिटेड वीडियो को दो फेसबुक प्रोफाइल से सोशल मीडिया पर साझा किया गया था. इस मामले में पुलिस ने धारा 505 ए, 1 बी, 469, 153 ए और आईटी अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है. एक फेसबुक प्रोफाइल सतीश वंसोला और दूसरी प्रोफाइल आरबी बारिया के नाम से थी. डीसीपी ने बताया कि, दोनों आरोपियों को कल गिरफ्तार कर लिया गया है. प्राथमिक जांच में इनके राजनीतिक दलों से जुड़े होने की बात सामने आई है. उन्होंने कहा कि, आगे की जांच चल रही है. जानकारी के मुताबिक, शाह की दो सभाओं के वीडियो को एडिट करके उसे खास एजेंडे के तहत वायरल किया गया था.

क्या बोले जिग्रेश मेवानी
वहीं, इस मामले में कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी ने सफाई देते हुए कहा कि, उन्होंने कभी अपने जीवन में फर्जी वीडियो या फर्जी प्रचार का समर्थन नहीं किया. वे ऐसे सभी कार्यों की निंदा करते हैं. हालांकि चुनाव के दौरान किसी को भी चुनिंदा रूप से निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सतीश उनके भाई जैसे हैं और उनके जैसा दोस्त होना गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि , सतीश गलत व्यक्ति नहीं. क्योंकि वे उन्हें 6 सालों से जानते हैं.

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Last Updated : Apr 30, 2024, 3:47 PM IST

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