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आगरा के ध्रुव जुरैल का टेस्ट डेब्यू: फौजी पिता बनना चाहते थे ध्रुव को सेना में अफसर, जुनून और मेहनत से बने क्रिकेटर - आगरा के क्रिकेटर ध्रुव जुरैल

आगरा के क्रिकेटर ध्रुव जुरैल (Agra Cricketer Dhruv Jurel) भारतीय क्रिकेट की टेस्ट टीम में शामिल किये गये हैं. उनके पिता उनका सेना में अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और जुनून से साबित कर दिया कि वो क्रिकेट के लिए ही बने हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 15, 2024, 3:28 PM IST

आगरा: आगरा के क्रिकेटर ध्रुव जुरैल को गुरुवार को टेस्ट कैप पहनने को मिल गयी. क्रिकेटर ध्रुव जुरैल भारतीय क्रिकेट की टेस्ट टीम (Indian Cricket Test Team) में अपनी जगह बनाने में सफल रहे. गुरुवार से राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में अब ध्रुव को खेलने का मौका मिला है. उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हिटमैन रोहित शर्मा ने डेब्यू टेस्ट कैप सौंपी. इधर, बेटा के टेस्ट कैप पहनते देखकर उनके माता और पिता भी भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि, बेटा की मेहनत से उन्हें ये दिन देखने को मिला है. इस दिन का इंतजार था. अब बेटा टीम इंडिया में बेहतरीन विकेट कीपिंग और बल्लेबाजी करेगा. ये हमारी उम्मीद और आर्शीवाद है.

पिता चाहते थे बेटा फौज में जाएए ध्रुव ने क्रिकेट चुना:इंटरनेशनल क्रिकेटर ध्रुव जुरैल का जन्म 21 जनवरी 2001 को आगरा के खंदौली गांव में हुआ था. उसके पिता नेम सिंह जुरैल सेना से सेवानिवृत्त हैं और मां रजनी हाउस वाइफ हैं. ध्रुव की बड़ी बहन रजनी की हैं. जिनकी शादी हो चुकी है. ध्रुव की पढ़ाई आर्मी स्कूल से हुई है. महज 22 साल की उम्र में ध्रुव को टीम इंडिया में टेस्ट की कैप मिली है. इस बारे में ध्रुव के पिता नेमसिंह जुरैल बताते हैं कि, बचपन में ही ध्रुव ने क्रिकेटर बनना है, ये चुन लिया था. जिसके लिए उसने मेहनत की. अपनी जिद और जुनून ने ये मुकाम पहुंचा है. जिसकी हमें बेहद खुशी है.

ध्रुव जुरैल में है क्रिकेट के लिए जुनून

पिता बनाना चाहते थे फौजी: क्रिकेटर ध्रुव जुरैल के पिता नेमसिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं. उन्होंने बताया कि, मैं चाहता था कि, बेटा ध्रुव भी मेरी तरह देश सेवा करें. वो सेना में भर्ती हो. फौजी बने. मेरा सपना था कि, ध्रुव नेशनल डिफेंस एकेडमी जॉइन करें. मगर, उसके सिर पर क्रिकेट का जुनून सवार था. भले ही बेटा सेना में नहीं गया. मगर, उसने जो फील्ड चुना भी है. वो भी अपने मकसद में कामियाब हुआ. आज टीम इंडिया में शामिल होकर देश सेवा ही कर रहा है.

रात में ध्रुव ने पिता को किया था काॅल: नेम सिंह ने बताया कि, मेरी रिश्तेदारी में शादी समारोह है. मैं उसकी तैयारी में लगा हूं. बुधवार रात बेटा ध्रुव जुरैल से मोबाइल पर बात हुई थी. तब उसने कहा था कि, पापा कल में टेस्ट टीम में डेब्यू कर सकता हूं. इसलिए, सुबह से ही मेरी नजर टीवी पर थी. जब प्लेइंग 11 में ध्रुव का नाम देखा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. जब बेटा ध्रुव को कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट कैप पहनाई तो लगा कि, बेटा ने जो कहा था. वो कर दिया. उनकी मेहनत सफल रही. उम्मीद है कि, टेस्ट में बेटा विकेट के पीछे और बल्ले से भी बेहतर प्रदर्शन करेगा.

आगरा के खंदौली गांव में जन्म हुआ था

ध्रुव की क्रिकेट किट की जिद पर मां ने बेची थी चेन:क्रिकेटर ध्रुव जुरैल ने अपने एक इंटरव्यू में अपने क्रिकेट करियर को लेकर कई जानकारी बताई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि, क्रिकेटर बनने में उनके माता और पिता ने बहुत साथ दिया. 14 साल की उम्र में पिता से कश्मीरी विलो बैट खरीदकर दिया था. इतना ही नहीं, मेरी क्रिकेट किट की जिद पर मां ने सोने की चेन बेच दी.

धोनी हैं रोल मॉडल: क्रिकेटर ध्रुव जुरैल के रोल माॅडल टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं. महेंद्र सिंह धोनी की तरह क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अपने आप को स्थापित करने के लिए मेहतन कर रहे हैं. ध्रुव ने फर्स्ट क्लास मैचों की 19 पारियों में 790 रन बनाए हैं. जिसमें एक शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. इंडियन प्रीमियर लीग में ध्रुव जुरैल को राजस्थान रॉयल की टीम में खेलने का मौका मिला था.

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