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अब तक 80 चोरियां! लग्जरी कार से लेकर हाई-एंड पब तक, कुख्यात चोर जीता था आलीशान जिंदगी - THIEF BATHULA PRABHAKAR

पांच राज्यों में 80 चोरियां और गच्चिबावली में पुलिस पर गोली चलाने वाला प्रभाकर आखिरकार पकड़ा गया. खबर के मुताबिक, 12 साल तक लूटी गई संपत्ति से ऐशो आराम से जी रहा था.

thefts across five states
बथुला प्रभाकर (फाइल फोटो) पिस्तौल की प्रतीकात्मक तस्वीर (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 3, 2025, 3:24 PM IST

हैदराबाद:तेलंगाना के हैदराबाद स्थित गच्चिबावली में प्रिज्म पब में पुलिस पर गोली चलाने वाला बथुला प्रभाकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में जो बात निकल कर सामने आई, उसे सुनकर पुलिस वालों के होश उड़ गए. शातिर और कुख्यात चोर बथुला प्रभाकर पर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में 80 चोरी के मामले दर्ज हैं. वह चोरी करके आलीशान जिंदगी जी रहा था.

अपराध और फिजूलखर्ची की जिंदगी
पुलिस अधिकारियों ने पाया कि, अलग-अलग राज्यों से प्रभाकर ने 2.5 करोड़ रुपये की संपत्ति चुराई. उसने चुराए पैसों को लग्जरी कारों और हाई-एंड पब में जाने पर खर्च कर दिया. शनिवार को गोलीबारी की घटना के बाद गच्चिबावली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसे रविवार को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. उसके पास से तीन देसी बंदूकें और 451 गोलियां पुलिस ने जब्त कीं.

माता-पिता की मौत के बाद प्रभाकर अपराध की दुनिया में हुआ शामिल
माधापुर के डीसीपी डॉ. विनीत ने खुलासा किया कि 30 साल का अपराधी प्रभाकर मूल रूप से आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के इरिकिपेंटा गांव का रहने वाला है. अपने परिवार के पलायन के बाद वह पश्चिमी गोदावरी जिले के पलाकोडेरू में जाकर रहने लगा. माता-पिता की मौत के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया और 2013 में 19 साल की उम्र में पहली चोरी की. पुलिस से पकड़े जाने से बचने के बाद उसकी आपराधिक गतिविधियां बढ़ गईं और चोरी करना उसकी आदत बन गई.

पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा
साल 2020 में विशाखापत्तनम पुलिस ने 60 मामलों में प्रभाकर को गिरफ्तार किया था. बाद में एक साथी कैदी द्वारा परेशान किए जाने के बाद उसे जेल से रिहा कर दिया गया. मार्च 2022 में वह विशाखापत्तनम जेल से भाग गया और करीब दो साल तक पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा. आंध्र प्रदेश से भागने के बाद प्रभाकर गच्चिबावली चला गया और एक दोस्त के कमरे में रहने लगा. वह पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए सोशल मीडिया और वित्तीय लेन-देन से बचता रहा.

जेल में परेशान करने वाला कैदी से बदला लेना चाहता था
प्रभाकर ने आठ महीने पहले बिहार से तीन बंदूकें और गोलियां खरीदी थीं. उसने यह बंदूकें जेल में परेशान करने वाले कैदी को जान से मारने के लिए खरीदी थी. वह उससे बदला लेना चाहता था. हाल ही में, उसने अपना ध्यान घरों से हटाकर इंजीनियरिंग कॉलेजों पर केंद्रित कर लिया और मोइनाबाद और नरसिंगी पुलिस थानों में तीन डकैतियों को अंजाम दिया. पुलिस ने क्राइम सीन पर उसके फिंगरप्रिंट की पहचान की, जिससे उसे उसके ठिकाने का पता चला.

सर्विलांस फुटेज से पकड़ में आया प्रभाकर
सर्विलांस फुटेज में प्रिज्म पब में हुई गोलीबारी में शनिवार शाम को प्रिज्म पब के पास प्रभाकर की मौजूदगी का पता चला. पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची. खबर के मुताबिक, जब हेड कांस्टेबल वेंकट रेड्डी ने प्रभाकर को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो उसने उन पर गोली चला दी. हालांकि, किसी तरह से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. प्रभाकर फिलहाल न्यायिक हिरासत में है, और उसकी आपराधिक गतिविधियों और नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.

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