शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने आफत मचा दी है. पहले लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे थे और अब बारिश लोगों को डराने लगी है. बुधवार सुबह प्रदेश में बारिश से होने वाली तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं.
मानसून की दस्तक के साथ ही हिमाचल प्रदेश में 63 सड़कें प्रभावित हुई हैं. कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है और कुछ जगहों पर बारिश के कारण सड़कें धंस गई हैं. इसके अलावा प्रदेश में 319 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं. इसमें चंबा जिला में सबसे अधिक 128, मंडी में 126, कुल्लू में 24, किन्नौर में 11 व ऊना जिला में 30 बिजली के ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. ऐसे में लोगों को खासी परेशानी हो रही है.
मंडी जिला में हुआ सबसे अधिक नुकसान:
मानसून की दस्तक ने मंडी जिले को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है. बीते साल मंडी जिले में बारिश ने बहुत तबाही मचाई थी. पंडोह के इलाके में बीते साल आई बाढ़ और लैंडस्लाइड में कई लोग बेघर हो गए थे. बीती रात बारिश के कारण मंडी जिला में 4 मील के पास NH पर एक डंगा धंस गया.
डंगा धंसने के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के बंद होने का खतरा भी मंडराने लगा है. हालांकि अभी यहां पर एकतरफा यातायात बहाल है. सड़क पर दरारें दिख रहीं हैं और अभी प्रदेश में इस हफ्ते बारिश का अलर्ट है ऐसे में हाइवे के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है. वहीं, चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड होने से खतरा बढ़ गया है.
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पंडोह डैम के पास सड़क पर आई दरारें:
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर पंडोह डैम कैंची मोड़ के पास लगाये गए डंगे में दरारें आना शुरू हो गई हैं. हालांकि अभी तक कैंची मोड़ के पास सुचारू रूप से यातायात चला हुआ है अगर आने वाले समय में तेज बारिश होती है तो डंगे को और ज्यादा नुकसान हो सकता है. गौरतलब है कि बीती बरसात में भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर यहां से सड़क पूरी तरह से धंस गई थी. इस कारण NH पूरे 9 महीने तक बंद रहा था. बता दें कि इस डंगे के निर्माण में 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी.