हैदराबाद:राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को हैदराबाद कमिश्नरेट की सीमा के अंतर्गत शंकेश्वर बाजार, सैदाबाद में एक अपार्टमेंट में संदिग्ध आईएसआईएस के आतंकी रिजवान अली की गिरफ्तारी के सिलसिले में तलाशी ली. एजेंसी के अधिकारियों ने रिजवान के साथ उस अपार्टमेंट की तलाशी ली, जहां उसने अपनी गिरफ्तारी से चार महीने पहले शरण ली थी. उसे इस साल 9 अगस्त को नई दिल्ली में पकड़ा गया था. आतंकी रिजवान के खिलाफ दिल्ली और पुणे में मामले दर्ज हैं.
कौन है फरहतुल्लाह घोरी, क्या है रिजवान से कनेक्शन?
आतंकी रिजान अब्दुल हाजी अली उर्फ रिजवान मूल रूप से दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है. एनआईए को संदेह है कि, पाकिस्तान में छिपे फरहतुल्लाह घोरी ने रिजवान को शहर में बसाने में मदद की थी. कथित तौर पर घोरी की 2022 में दशहरा के दौरान हैदराबाद में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना थी, लेकिन पुलिस ने उसके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया. जिसके कारण तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई और हथगोले जब्त किए गए.
आतंकियों के मंसूबे हुए फेल
जानकारी के मुताबिक, कथित तौर पर रिजवान ने पुलिस विभाग के एक कर्मचारी से फ्लैट किराए पर लिया था. वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि तालाबकट्टा का एक युवक अक्सर रिजवान का भाई बनकर उससे मिलने आता था. बता दें कि, एनआईए ने रिजवान की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 3 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में मुंबई एनआईए अधिकारियों ने रिजवान को पीटी वारंट पर गिरफ्तार किया था. उसे पिछले सप्ताह मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश किया गया और आगे की जांच के लिए हिरासत में ले लिया गया. इस जांच के दौरान रिजवान के सैदाबाद से संबंध उजागर हुए. इसके बाद एनआईए के अधिकारी उसे रविवार को हैदराबाद ले आए. स्थानीय पुलिस ने एनआईए के साथ मिलकर अपार्टमेंट का पता लगाया और रिजवान को आगे की पूछताछ के लिए अपने साथ ले आई.
3 लाख रुपये का इनाम
एनआईए ने रिजवान के बारे में सूचना देने वाले को 3 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी, जिसमें उसे देश के सबसे मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक बताया गया था. इस साल जनवरी में दिल्ली पुलिस ने रिजवान की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद संभल में एक ठिकाने पर छापा मारा था, लेकिन वह बाल-बाल बच निकला था.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रिजवान को गिरफ्तार किया था
बता दें कि, दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले (इस साल अगस्त में) दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के एक आतंकी को गिरफ्तार किया था. जिसकी पहचान रिजवान अली के रूप में हुई थी. जांच के दौरान पता चला कि वह पुणे के एक मामले में फरार था और कारोबार की आड़ में हैदराबाद में आकर बस गया था. उसने शंकेश्वर बाजार में 5,500 रुपये महीने के किराए पर एक अपार्टमेंट लिया था. वह हर सुबह बाहर जाता और शाम को लौटता था और इलाके में शायद ही कभी किसी से बात करता था.
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