आम तौर पर कई अध्ययनों में यह बात पहले भी प्रकाश में आई है कि यौन गतिविधि अक्सर बेहतर नींद में सहायक होती है. यह हमारे स्वास्थ्य के नजरिए से भी काफी महत्वपूर्ण है. ऐसा कहा जाता है कि ऑर्गेज्म के बाद शरीर कुछ हार्मोन रिलीज करता है, जिसका असर हमारी नींद पर भी देखा जाता है. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन बायोमेडिकल और जीनोमिक की जानकारी भी इस बात की पुष्टि करती है.
अध्ययनों से संकेत मिलता है कि ये हार्मोनल परिवर्तन नींद न आने के कारण बन सकते हैं. इसलिए सोने के पहले सेक्स नींद न आने की समस्या में थोड़ी बहुत मदद करता है. कई अध्ययनों में यह बात सामने आयी है कि हस्तमैथुन के साथ-साथ सेक्स अच्छी नींद में मददगार होता है. पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी माना जाता है. इस मामले में लगभग 50 लोगों के अनुभव इसके पक्ष में मिले हैं.
लोगों का कहना है कि हस्तमैथुन हो या एक अच्छा सेक्स सुख उन्हें सोने में मदद करता है और उनकी नींद की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाने में मददगार है. एक साथी के साथ सेक्स इस हार्मोनल प्रतिक्रिया को बढ़ा सकता है और निकटता और अंतरंगता की अधिक भावनाओं को सुगम बनाता है, ये चीजें हमारे सोने के लिए अनुकूल माहौल बनाती हैं.
रिसर्च में इस प्रभाव को भी जानने की कोशिश की गयी है, जिसमें महिलाओं की तुलना में पुरुषों जल्दी नींद के आगोश में आ जाते हैं. इतना ही नहीं पुरुषों की एक लोकप्रिय सामाजिक अवधारणा भी है कि पुरुष अक्सर सेक्स के बाद जल्दी सो जाते हैं.
इंडियानापोलिस के द्वारा आयोजित SLEEP 2023 वार्षिक बैठक में एक नया सर्वेक्षण पेश किया गया था, जिसमें कई रोचक निष्कर्ष बताए गए. सर्वे में कहा गया कि 53 वयस्कों से उनकी नींद की आदतों के बारे में जब जांच पड़ताल की गयी तो कई निष्कर्ष नींद व सेक्स से जुड़े मिले. उनसे पूछे गए सवालों में नींद की गुणवत्ता के साथ साथ सेक्स और ऑर्गेज्म ही नहीं बल्कि नींद की दवाओं के उपयोग करने से जुड़े सवाल शामिल किए गए थे.
जानकारी देते हुए डॉ. डगलस किर्श ने बताया था कि नींद की गुणवत्ता पर सेक्स और कामोन्माद के प्रभाव व दुष्प्रभाव के बारे में तरह-तरह की जानकारियां तो हैं लेकिन इस बारे में बहुत कम वैज्ञानिक डेटा मिलता है. ऑनलाइन व ऑफ लाइन मीडिया में सेक्स को अक्सर अच्छी नींद के लिए उपयोगी कहा जाता है, लेकिन सारे वैज्ञानिकों द्वारा इसकी हमेशा पुष्टि नहीं की जाती है.
स्लीप 2023 सर्वेक्षण में, 75% प्रतिभागियों माना था कि सेक्स व ऑर्गेज्म के बाद अच्छी नींद आती है. 64 फीसदी लोगों ने महसूस किया था कि नींद की गोली का उनकी नींद पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए नींद में सहायता के लिए सेक्स का उपयोग भी कारगर माना गया. जिसका इस्तेमाल किया तो जाता है, लेकिन खुले तौर पर स्वीकार नहीं किया जाता है.