उत्तरकाशी: जिला प्रशासन, जल संस्थान और जल निगम अब जनपद के हर गांव में पानी की गुणवत्ता की जांच करवाएगा. ताकि ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिल सके. इसके लिए जल संस्थान और जल निगम द्वारा प्रत्येक गांव में महिला निगरानी समिति को वाटर टेस्टिंग किट दी जाएगी. साथ ही महिलाओं को पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
ये महिला निगरानी समिति समय-समय पर गांव के विभिन्न जलस्रोतों का परीक्षण कर इसकी रिपोर्ट जल संस्थान और जल निगम को देगी. उसके बाद उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जल जीवन मिशन के हर घर नल, हर घर जल के तहत जल संस्थान और जल निगम की टीम ने डीएम मयूर दीक्षित के सामने वाटर टेस्टिंग किट का डेमो दिया.
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जल संस्थान और जल निगम द्वारा जनपद के हर गांव में शुद्ध पेयजल के लिए महिला निगरानी समिति को वाटर टेस्टिंग किट दी जाएगी. साथ ही इन महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए पानी का पीएच, मटमैलापन, कुल कठोरता, कुल क्लोराइड, लौहतत्व, नाइट्रेट, फ्लोराइड, और बैक्टीरियल आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि भारत सरकार की जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल, हर घर जल दिया जा रहा है. हमारा दायित्व है कि प्रत्येक व्यक्ति को शुद्ध पेयजल मिल सके. इसके लिए यह वाटर टेस्टिंग किट ग्रामीण महिलाओं को दी जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक जल स्रोतों में बरसात के दौरान काफी गंदगी आ जाती है, जिससे बीमारियों का खतरा बना रहता है. इसलिए ग्रामीणों को बीमारियों से बचाने के लिए इस मुहिम को शुरू किया गया है.