उत्तरकाशी: प्रदेश की डबल इंजन सरकार महिलाओं के कई प्रकार की योजनाएं चला रही है, लेकिन उसके बाद भी पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति में सुधार नहीं आ रहा है. वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए रोजाना मौत से दो-दो हाथ करती दिखाई देती हैं. जिनसे लड़ना अब महिलाओं की नीयति बन गई है. ऐसी ही एक तस्वीर से आपको रूबरू कराते हैं जिसे देख आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे.
गौर हो कि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार खेती के लिए भटवाड़ी ब्लॉक के दिलसौड़ और चामकोट की महिलाओं को हर दिन जान जोखिम में डालकर भागीरथी नदी को पार करना पड़ता है. जिला मुख्यालय से महज 6 किमी की दूरी पर स्थित दिलसौड़ चामकोट गांव के लिए सड़क बनना तो दूर,एक अदद पुल भी नहीं बन पाई है. सरकार की इस बेरुखी के चलते आज भी पहाड़ की महिलाओं को रोज जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है. आजकल भागीरथी नदी पूरे उफान पर है, जिस कारण दिलसौड़ और चामकोट के बीच का पैदल मार्ग भागीरथी में डूब गया है.
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जिस कारण गांव की महिलाओं को खेती के लिए आए दिन एक गांव से दूसरे गांव जाना होता है. हर रोज महिलाएं इसी प्रकार जान जोखिम में डालकर भागीरथी को पार कर आवाजाही करती हैं. वहीं, ग्राम प्रधान दिलसौड़ विजयपाल महर का कहना है कि सड़क और पुल निर्माण की मांग को लेकर धरना- प्रदर्शन भी किया गया. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिस कारण महिलाओं को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है. ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.