उत्तरकाशी: मानसून आते ही जिला प्रशासन ने बरसात के दौरान आने वाली आपदाओं से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी है. दूरस्थ क्षेत्रों में होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए दूर दराज के गांव के राजस्व उपनिरीक्षकों को 28 सेटेलाइट फोन दिए जाएंगे. इससे दूरस्थ इलाकों में घटने वाली अप्रिय घटना की वक्त रहते जानकारी मिलने के साथ ही राहत बचाव कार्य भी जल्दी शुरू करने में मदद मिलेगी.
दरअसल, मानसून सीजन के दौरान उत्तरकाशी के सीमांत क्षेत्रों में संचार सुविधा की कमी के कारण आपदा का पता काफी देरी से चलता है. जिस वजह से जान-माल की काफी ज्यादा हानि होती है. इसलिए इस मानसून सीजन में दूरस्थ गांव के राजस्व उपनिरीक्षकों को सेटेलाइट फोन देने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही डीएम ने सभी विभागीय अधिकारियों और क्षेत्रों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित कर दिया है कि वो मानसून के दौरान अपने क्षेत्रों से कहीं और न जाएं.
आपदा से निपटने की तैयारियों के बारे में बताते हुए डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि गंगोत्री और यमुनोत्री हाई-वे लैंडस्लाइड एरिया है. इसलिए वहां पर जेसीबी तैनात कर दी गई है. साथ ही संपर्क मार्गों के लिए भी सम्बन्धित अधिकारियों को मार्ग बंद होते ही तुरंत उसे खोलने का कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि अधिकारियों और कर्मचारियों को यह भी निर्देश दिये गए हैं कि किसी भी प्रकार की आपदा और घटना की जानकारी तत्काल कंट्रोल रूम को दी जाए, जिससे कि राहत और बचाव के कार्य समय पर हो सकेगा.