उत्तरकाशी: ऑलवेदर परियोजना के तहत तेखला हीना बाईपास निर्माण को लेकर डीएम अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान ऑल वेदर रोड चारधाम संघर्ष समिति सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से बाईपास बनाए जाने पर आपत्ति व्यक्त की. उन्होंने कहा बीआरओ ने जब पुराने रूट से हाईवे चौड़ीकरण का चिन्हिकरण किया था, तो फिर अचानक नया बाईपास बनाने का ठोस कारण सामने रखा जाना चाहिए.
जिला सभागार में हुई बैठक में डीएम की मौजूदगी में चारधाम सड़क परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग 34 के संरेखण और निर्माण की आपत्तियों पर जोरदार बहस हुई. बैठक में ऑल वेदर रोड चारधाम संघर्ष समिति उत्तरकाशी, जिला पंचायत सदस्यों, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, होटल व्यवसायी, बीआरओ और प्रशासनिक अधिकारियों ने बाईपास निर्माण पर अपनी दलीलें रखीं. वहीं, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को यथावत रखने और सड़क चौड़ीकरण कर डबल लेन बनाए जाने की मांग की गई. साथ ही नए बाईपास बनाने का कड़ा विरोध जताया.
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संघर्ष समिति अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने बीआरओ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा बाईपास सड़क बनाने के पीछे करोड़ों रुपये ठिकाने लगाकर धन की बर्बादी के सिवा और कुछ भी मंशा नजर नहीं आती है. पूर्व में सड़क पर 12 मीटर चौड़ा निशान के साथ चिन्हिकरण किया जा चुका है. लेकिन अचानक से नए बाईपास बनाने के पीछे कोई ठोस वजह बीआरओ स्पष्ट नहीं कर पाया.
जिन होटल व्यवसायियों ने सरकार की योजनाओं के माध्यम से बैंकों से लाखों का ऋण लिया है, उनके बारे में सोचा जाना चाहिए. पूर्व में हाई पावर कमिटी ने तत्कालीन विधायक, डीएम और जनता की आपत्ति पर बाईपास निर्माण को निरस्त कर दिया था. डीएम अभिषेक ने आश्वस्त किया किया कि जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए शासन को आपत्ति भेजी जाएगी.